राम कुमार II मि० सरकार चुप थे, इस अवसर से लाभ उठाकर हमलोग उनके खाने की जो खोलकर प्रशंसा कर रहे थे।...
धारावाहिक कहानी/नाटक
पिकनिक (भाग -2)
अश्रुतपूर्वा II अपनी लम्बी ज़िन्दगी में जितनी पिकनिकें की थीं, याद नहीं आता कि उनमें से एक में भी...
पिकनिक (भाग-1)
रामकुमार II इस बात को हम सभी जानते थे कि हमारे पीठ-पीछे हमारे घर वाले हमारी पिकनिक की बात को लेकर...
मुझे याद करोगे? अंतिम भाग
प्रताप नारायण सिंह II उस दिन आनंद की छुट्टी थी। लगभग दस बजे वह अपने एक दोस्त राजीव के घर चला गया।...
मुझे याद करोगे? भाग-2
प्रताप नारायण सिंह II “हे भगवान…! यह तो यहीं पर सो गया।“ वह उसे जगाने के लिए उसके पास आ गई। आनंद का...
मुझे याद करोगे? भाग-१
प्रताप नारायण सिंह II (1) “आनंद, आओ दूध पी लोङ्घ” रुचि ने बाल्कनी से जोर से आवाज लगाई।...
परिणति (अंतिम भाग)
नरेन्द्र कोहली II अमिताभ किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुँचना चाहता था। वह चाहता था कि किसी प्रकार दिन...
परिणति (भाग-3)
नरेन्द्र कोहली II अमिताभ सोचता है, तो उसे लगता है कि उसके पश्चात् उनके जीवन में एक लंबा अवकाश है।...
परिणति (भाग-2)
नरेन्द्र कोहली II नाश्ता करके तैयार होते-होते तक उसका विचार बदल गया था। वह पहले यूनिवर्सिटी...
परिणति (भाग-१)
नरेन्द्र कोहली II अनुराधा बहुत देर से आई और जब आई तो बहुत उदास थी। अमिताभ ने उसे देखते ही कारण...
अरण्य लीला (धारावाहिक नाटक-अंतिम भाग)
योगेश त्रिपाठी II वह आत्मीय दृष्टि से देखता हुआ लौट आता है । मां के बगल में लेट जाता है ।राजीव :...
अरण्य लीला (धारावाहिक नाटक-भाग 2)
योगेश त्रिपाठी II पुजारी : इतने उत्तेजित क्यों हो रहे हो ? …… मेरी बात सच है न ?मनो : नहीं सच है ।...