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नहीं रहीं बुकर पुरस्कार विजेता लेखिका हिलेरी मेंटल

अश्रुत पूर्वा डेस्क II

 नई दिल्ली। लोकप्रिय उपन्यास ‘वुल्फ हॉल’ त्रयी की लेखिका और दो बुकर पुरस्कार जीतने वाली पहली महिला डेम हिलेरी मेंटल नहीं रहीं। वे 70 साल की थीं। लंदन से आई खबरों के मुताबिक उनके प्रकाशक ने 23 सितंबर को यह जानकारी दी। सदी के महान अंग्रेजी उपन्यासकारों में से एक मानी जाने वाली हिलेरी का निधन 22 सितंबर को अचानक हुआ।

हिलेरी के एजंट के मुताबिक उन्होंने बेहद खामोशी के साथ सबसे विदा ली। उस समय उनके परिवार के लोग और मित्र उनके सामने थे। हिलेरी की किताबों के प्रकाशक ने एक बयान में कहा, हम अपनी प्रिय लेखिका डेम हिलेरी मेंटल के निधन से दुखी हैं। हमारी संवेदनाएं उनके मित्रों और परिजनों, खासकर उनके पति गेराल्ड के साथ हैं।

हिलेरी के प्रकाशक एक बयान में कहा कि यह बड़ा नुकसान है, लेकिन हम शुक्रगुजार हैं कि वे अपने पीछे उत्कृष्ट कार्य छोड़ कर गई हैं। उनके एजंट ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा है-‘मेंटल इस सदी की महानतम अंग्रेजी उपन्यासकारों में से एक थीं। उनकी प्रिय रचनाओं को कालजयी माना जाता है। उनकी कमी बेहद महसूस की जाएगी।’

हम शुक्रगुजार हैं कि वे अपने पीछे उत्कृष्ट कार्य छोड़ कर गई हैं। उनके एजंट ने ब्लॉग पोस्ट में लिखा है-‘मेंटल इस सदी की महानतम अंग्रेजी उपन्यासकारों में से एक थीं। उनकी प्रिय रचनाओं को कालजयी माना जाता है। उनकी कमी बेहद महसूस की जाएगी।’

इंग्लैंड में डर्बीशर के ग्लोस्सोप में छह जुलाई 1952 को जन्मीं हिलेरी मेंटल को दो बार बुकर पुरस्कार मिला। पहली बार थॉमस क्रोमवेल शृंखला में ‘वुल्फ हॉल’ के लिए और 2012 में ‘ब्रिंग अप द बॉडीज’ के लिए उन्हें सम्मानित किया गया। इस किताब के लिए उन्होंने 2012 का कोस्टा बुक आॅफ द इयर पुरस्कार भी जीता। बता दें कि ‘वुल्फ हॉल’ त्रयी का अब तक 41 भाषाओं में अनुवाद हो चुका है और उसकी दुनिया भर में 50 लाख से ज्यादा प्रतियां बिक चुकी हैं। उपन्यास त्रयी की तीसरी कड़ी के तौर पर 2020 में छपी ‘द मिरर एंड द लाइट’ को भी साहित्य आलोचकों ने पसंद किया और वे बुकर पुरस्कार-2020 के लिए लंबे समय तक सूचीबद्ध रहीं।

डेम हिलेरी पहली महिला थीं जिन्हें दो बार बुकर पुरस्कार मिला। ‘द बुकर प्राइजेज’ ने एक ट्वीट में कहा कि चार बार बुकर पुरस्कार के लिए नामित और 2009 व 2012 में इसे जीतने वाली हिलेरी के निधन के बारे में जान कर हम सब बहुत दुखी हैं। हम उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति गहरी संवेदना जताते हैं। (मीडिया में आई खबरों के आधार पर यह प्रस्तुति)  

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Ashrut Purva

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