अश्रुतपूर्वा II
नई दिल्ली। स्त्रियों में स्तन कैंसर आम है, लेकिन अब यह रोग पुरुषों में भी दिखने लगा है? भारत में भी स्तन कैंसर फैल रहा है। क्या है इसकी वजह? यह स़्ित्रयों के अलावा पुरुष में भी क्यों हो रहा है? यह हम सभी को जानना चाहिए। भारत में हर साल स्तन कैंसर के औसतन दो लाख मामले सामने आ रहे हैं।
ध्यान देने की बात है कि नियमित व्यायाम, पौष्टिक भोजन और सतर्कता बरतने से इस इस जटिल रोग से बचा जा सकता है। पचास की उम्र पार करते ही महिलाओं को मेमोग्राफी टेस्ट अवश्य करानी चाहिए। आधे घंटे की यह जांच भविष्य की मुश्किलों से निजात दिला सकती है। शुरूआत में ही रोग का पता चलने पर यह लाइलाज नहीं रहता। मगर मुश्किल यह है कि जागरूकता के अभाव में भारत में ज्यादातर रोगियों को इसका पता देर से चल पाता है। कई मरीजों की मौत इसी लापरवाही के कारण हो जाती है।
पिछले दिनों मेरठ कैंसर अस्पताल में विश्व स्तन कैंसर जागरूकता माह के अवसर पर एक गोष्ठी हुई। इसमें कैंंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. उमंग मित्तल ने कैंसर और इसके निदान के बारे में बताया। इस गोष्ठी का आयोजन कैंसर से लड़ कर नया जीवन जी रहीं महिलाओं की संस्था ‘उम्मीद’ ने किया था। इस मौके पर चिकिसकों ने स्तन कैंसर के शुरुआती लक्षणों और उपचार के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि अगर मरीज समय पर इलाज करा लें तो कैंसर से लड़ना असंभव नहीं है।
नियमित व्यायाम, पौष्टिक भोजन और सतर्कता बरतने से इस इस जटिल रोग से बचा जा सकता है। पचास की उम्र पार करते ही महिलाओं को मेमोग्राफी टेस्ट अवश्य करानी चाहिए। आधे घंटे की यह जांच भविष्य की मुश्किलों से निजात दिला सकती है। जागरूकता के अभाव में भारत में ज्यादातर रोगियों को इसका पता देर से चल पाता है। कई मरीजों की मौत इसी लापरवाही के कारण हो जाती है।
डॉ. मित्तल ने कहा कि महिलाओं को शराब और तंबाकू उत्पादों के सेवन से बचना चाहिए। हरी और पत्ते वाली सब्जियों व फलों का नियमित सेवन करना चाहिए। नियमित रूप से व्यायाम चाहिए। कैंसर का एक कारण खाने पीने की चीजों में नुकसानदायक कीटनाशकों का बढ़ता इस्तेमाल है। इसलिए फलों और सब्जियों को अच्छी तरह धो कर ही उनका सेवन करना चाहिए।
उम्मीद संस्था की ओर से प्रो. आशा आनंद ने बताया कि स्तन कैंसर से जंग जीतने के बाद वे सामान्य जीवन जी रही हैं। इसी रोग को हरा चुकी डॉ. मीतू मेहरा ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि हमें निराशा से बचना चाहिए और आजीवन सक्रिय रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि नियमित योग कर के भी कैंसर से बचा जा सकता है।
(मीडिया में अई खबरों के आधार पर प्रस्तुति)