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मातृभूूमि साहित्य उत्सव में हिस्सा लेंगे कई पुरस्कारों से सम्मानित लेखक

अश्रुतपूर्वा II

नई दिल्ली। दक्षिण भारत का सबसे बड़ा साहित्य उत्सव तिरुवनंतपुरम में दो फरवरी से शुरू होगा। हम बात कर रहे हैं मातृभूूमि इंटरनेशनल फेस्टिवल आफ लेटर्स (एमबीआइएफएल) के चौथे संस्करण की। इस महोत्सव में हिस्सा ले रहे हैं नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अब्दुल रज्जक गुरनाह और बुकर एवं ज्ञानपीठ सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित लेखक। इस कार्यक्रम में कला, मीडिया और फिल्म के दिग्गज भी शिरकत करेंगे। वहीं कई विख्यात लेखक और साहित्यकार समकालीन विषयों पर अपने विचार साझा करेंगे।
बता दें कि चार दिवसीय इस साहित्य उत्सव को मलयालम में ‘का’ के नाम से भी जाना जाता है। इस आयोजन में वैश्विक साहित्य जगत के 400 से अधिक वक्ता शामिल होंगे जिनमें बुकर इंटरनेशनल पुरस्कार विजेता शेहन करुणातिलका और जोखा अलहार्थी शामिल हैं। मातृभूूमि इंटरनेशनल फेस्टिवल आफ लेटर्स 2023 का आयोजन कनककुन्नु पैलेस में होगा। इसी साल दैनिक मातृभूमि का शताब्दी वर्ष है।
एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस आयोजन के चौथे संस्करण का विषय- इतिहास की छाया, भविष्य की रोशनी है। इस आयोजन में संवाद, परिचर्चा और कविता तथा गद्य पाठ के सत्र भी होंगे। मातृभूमि के प्रबंध निदेशक एम वी श्रेयम्स कुमार इस उत्सव के अध्यक्ष हैं। मातृभूमि के अध्यक्ष और प्रबंध संपादक पी वी चंद्रन कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक हैं। महोत्सव के निदेशक मयूरा श्रेयम्स कुमार ने कहा कि इस वर्ष भव्य आयोजन की योजना बनाई गई है, जिसमें लेखकों, संपादकों, प्रकाशकों, अभिनेताओं, लेखकों, कवियों, फिल्म निमार्ताओं, संगीतकारों, मीडियाकर्मियों और साहित्य की दुनिया से जुड़े लोगों का संगम होगा।
विज्ञप्ति के मुताबिक ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित दामोदर मौजो, एमटी वासुदेवन नायर और अमिताभ भी इस महोत्सव में शामिल होंगे। तमिलनाडु के वित्त मंत्री पलानीवेल त्यागराजन, लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा, पत्रकार प्रीतीश नंदी और पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी साद बिन जंग अन्य प्रमुख वक्ताा हैं। तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर महोत्सव के संरक्षक हैं। जबकि देविका एमएस महोत्सव निदेशकों में से एक है। (समाचार मीडिया में आए समाचार पर आधारित)

मातृभूमि इंटरनेशनल फेस्टिवल के आयोजन का विषय- इतिहास की छाया, भविष्य की रोशनी है। चार दिवसीय इस साहित्य उत्सव को मलयालम में ‘का’ के नाम से भी जाना जाता है। इस आयोजन में  400 से अधिक वक्ता शामिल होंगे जिनमें शेहन करुणातिलका और जोखा अलहार्थी शामिल हैं। 

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