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सन्निधि की संगोष्ठियों का एक शतक

अश्रुत पूर्वा II

नई दिल्ली। दिल्ली की प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था सन्निधि अपनी संगोष्ठियों का एक शतक बनाने जा रही है। संस्था की ओर से यह गोष्ठी 20 जनवरी को होगी। पहले सत्र में कई लेखकों को काका साहब कालेलकर राष्ट्रीय सम्मान और विष्णु प्रभाकर राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किया जाएगा। दूसरे सत्र में साहित्य की कई विधाओं पर व्याख्यान होगा। यह कार्यक्रम पूर्वाह्न 11 बजे से राजघाट के पास गांधी हिंदुस्तानी सभा के सन्निधि सभागार में आयोजित किया जाएगा।
शतक संगति के पहले सत्र में साहित्य संवर्धन के लिए काम कर रहे लेखकों को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। इस बार सन्निधि के विशेष आयोजन में काका साहब कालेलकर राष्ट्रीय सम्मान डॉ. राजा राम त्रिपाठी, राकेश पांडेय, डॉ. सुनीता और दर्शनी प्रिय को प्रदान किया जाएगा। जबकि विष्णु प्रभाकर राष्ट्रीय सम्मान डॉ. पूरम सिंह, पत्रकार आकांक्षा पारे, लेखिका प्रोफेसर डॉ. सरोज कुमारी और डॉ. कांता राय को प्रदान किया जाएगा।  समारोह के मुख्य अतिथि सुरेंद्र शर्मा होंगे।
सन्निधि की शतक संगति में कल, आज और कल के आइने में साहित्य की विभिन्न विधाओं पर व्याख्यान होंगे। इसमें आदिवासी साहित्य पर डॉ. राजा राम त्रिपाठी और स्त्री साहित्य पर युवा यायावर और लेखिका डॉ. सुनीता और दलित साहित्य पर कहानीकार डॉ. पूरन सिंह व्याख्यान देंगे। कहानी पर पत्रकार और कथाकार आकांक्षा पारे व्याख्यान देंगी। वहीं कविता पर डॉ. सरोज कुमारी, प्रवासी साहित्य पर लेखक राकेश पांडेय और लघुकथा पर लघुकथा शोध केंद्र भोपाल से जुड़ीं डॉ. कांता राय व्याख्यान देंगी।
इस पूरे कार्यक्रम के मुख्य आयोजक गांधी हिंदुस्तानी साहित्य सभा और विष्णु प्रभाकर प्रतिष्ठान हैं। कार्यक्रम के मुख्य संयोजक कुसुम शाह, अतुल कुमार प्रभाकर और प्रसून लतांत हैं।  

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