रत्ना पांडे II घनश्याम अपनी पत्नी शामली के साथ रहते थे। मध्यम वर्ग के घनश्याम के माता-पिता का...
लघुकथा
डायमंड पर डिस्काउंट
पूर्णिमा सहारन II मिसेज गुप्ता ने अखबार के बड़े-बड़े विज्ञापनों पर नजर डाली और तह करके मेज पर रख...
… बिनु होई न प्रीति
डाॅ चंद्रेश कुमार छतलानी II वह रसोई से बाहर भागते हुए निकली और अपने पति से टकरा गई। पति ने हैरानी...
नया पकवान
डाॅ चंद्रेश कुमार छतलानी II एक महान राजा के राज्य में एक भिखारीनुमा आदमी सड़क पर मरा पाया गया। बात...
ऊँचाई
रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ II पिताजी के अचानक आ धमकने से पत्नी तमतमा उठी– “लगता है, बूढ़े को...
निर्णायक मोड़ पर वो लड़की
संगीता सहाय II पूरे घर में कहकहों के गूंज उठ रहे थे। लड़के और उसके परिवार वालों के बड़प्पन पर सभी...
संगीता सहाय की दो लघु कथाएं
संगीता सहाय II दंशदृश्य- 1आज वह बहुत खुश है। उसका पूरा परिवार आनंदातिरेक से नाच रहा है। पीसीएस की...
पिया परदेसी.. सखि कैसे खेरूं होरी
लिली मित्रा II होरी की खुमारी मे मै डूब रही सखी,बोल ना कैसे मनाऊँ अबके होरी?रंग ले आऊँ जाय के हाट...
छलांग
डॉ. कविता नन्दन II मै नारायना से आ रहा था जैसे ही ओवरब्रिज के नीचे दाहिने हाथ मायापुरी मोड़ पर मुड़ा...
गुलमोहर की शाम (फ़्लैश फिक्शन)
अनिमा दास || ‘मम्मी ‘! एक अंकल आये हैं आपसे मिलने जो कल कॉलेज फंक्शन मेंं मेरी...
आदमी एक लघुकथा
अजय कुमार II रोज लगभग शाम सात बजे के आस पास मेरे कमरे पर एक नियमित दस्तक होने लगी थी। वह अंदर आते...