भारतीय परंपरा में होली एक ऐसा पर्व है जिसे हर वर्ग का व्यक्ति मना कर प्रसन्न होता है। साल भर संघर्ष...
कथा आयाम
भारतीय राजनीति के महान शिल्पी थे कर्पूरी ठाकुर
हेमलता म्हस्के II जननायक कर्परी ठाकुर भारतीय राजनीति में सिर्फ पिछड़ों और अति पिछड़ों के नेता ही...
जीवन के रंग
डॉ. परमजीत ओबेराय II ‘देखा, कैसे सारा कम अपने आप और जल्दी से कर लेती है?’रीटा के माता-पिता बहुत...
गुजर गया जो आंखों के सामने से
सांत्वना श्रीकांत II नई दिल्ली। समय कभी ठहरता नहीं। वह आपकी आंखों के आगे से गुजर जाता है। कभी-कभी...
आज मेरी सुबह हुई है…
राधिका त्रिपाठी II उसके इस अचानक फैसले से पूरा परिवार सकते में आ गया। किसी को कुछ पता नहीं था कि...
रक्त-पिशाच
सदानंद कवीश्वर II मुख्यमंत्री का मेकअप अपने अंतिम पड़ाव पर है, आबनूसी चेहरे पर के गड्ढे भरे जा रहे...
बुलंद इरादे और बैसाखी
अंजू निगम II वह खासी पुरानी इमारत थी जिसके तीसरे माले में वह रहती थी। ऊपर तक चढ़ते मुझे हफनी आ...
कुछ रिश्ते बिना रिश्ते के
राधिका त्रिपाठी II बेहद साधारण नैन-नक्श। कुछ खास पहचान नहीं। बस घरेलू सी। वह सुबह से लेकर शाम तक...
खिड़की के पार नम यादें
अंजू खरबंदा II होशियारपुर से शादी का बुलावा आया था। ट्रेन से जाना तय हुआ। सर्दी हल्की-हल्की दस्तक...
मुर्दा रिश्ते
राधिका त्रिपाठी II एकाएक उसे लगा कि उसके पैरों तले जमीन खींच ली हो किसी ने। तिनका-तिनका बटोर कर...
… और सुबह हो गई
वंदना सहाय II ‘एस्क्यूज मी’ कहती हुई एक महिला की कोमल आवाज ने बरखा के तेज चल रहे कदमों को सहसा...
एक नहीं कई संदेश देता है छठ
संजय II नई दिल्ली। कोई ऐसा त्योहार नहीं बचा जिस पर महंगाई की मार न पड़ी हो। मगर छठ ऐसा पर्व है जिसे...