बाल कहानी II भूगोल की क्लास में मास्टर जी ने कई बातें बताईं। मरुस्थलों के बारे में भी उन्होंने...
कहानी
लालच की सीमा
एक बार की बात है, कई भेड़ एक हरे भरे जंगल में चर रही थी। तभी वहाँ एक शिकारी आ गया और उन भेड़ों से...
बुद्ध
अश्रुतपूर्वा II दुनिया में भगवान बुद्ध के करोड़ों भक्त हैं। हम सभी जानते हैं कि वह मानव जाति के...
स्कूल भी उदास है
रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ II मैं रात की गहरी नींद से जैसे ही जागता हूँ कि बच्चों की चहल-पहल शुरू...
अक्ल बड़ी या भैंस
सुकेश साहनी II स्कूल से घर लौटते ही उदय ने चक्की के दो भारी पाट जैसे-तैसे स्टोर से बाहर निकाल...
सुवर्णक का मुकुट
बालेंदु दाधीच II कंचनवन में रहता था, एक मोर। नाम था- सुवर्णक। नाम से अनुरूप ही सुवर्णक का चमचमाता...
याददाश्त की दवा
तरुणा II ‘दवाई ले लो, याददाश्त बढ़ाने की दवाई ले लो।’ बाहर फेरी वाले की यह आवाज सुन कर...
तितली उड़…
अश्रुत पूर्वा II नन्हीं मिन्टी दोपहर स्कूल से घर लौटी। रोज की तरह आज भी वह स्कूल बैग कोने में रख...
खुल गई पोल
बालेंदु दाधीच II जानवर लंबे-लंबे डग भरते भागे जा रहे थे। किसी के हाथ में थाली थी, किसी के हाथ में...
The Bus Stop
Samarth Singh II I was walking down a street, when I saw an old man sitting at the bus stop with...