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सलमान रुश्दी को पेन शताब्दी साहस पुरस्कार

अश्रुत पूर्वा II

नई दिल्ली। पिछले साल जानलेवा हमले में बाल-बाल बचे विख्यात लेखक सलमान रुश्दी को पेन शताब्दी साहस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वे पिछले दिनों न्यूयॉर्क शहर में साहित्यिक और स्वतंत्र संगठन पेन अमेरिका के वार्षिक कार्यक्रम में शामिल हुए। वह इस संगठन के अध्यक्ष रह चुके हैं। सलमान अरसे बाद किसी कार्यक्रम में दिखे।
पेन अमेरिका ने अपने पूर्व अध्यक्ष रुश्दी को सम्मानित किया। दर्शकों ने खड़े होकर रुश्दी के सम्मान में तालियां बजाई। गहरे रंग की जैकेट और उससे मेल खाती पैंट पहने रुश्दी ने कहा, मुझे काफी अच्छा लगा। मेरा पेन अमेरिका से पुराना नाता है और मैं लेखकों तथा किताबों में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के बीच आकर बहुत खुश हूं।
बुकर पुरस्कार से सम्मानित रुश्दी गाला में शामिल हुए जहां सैकड़ों लेखक और अन्य पेन सदस्य भी उपस्थित थे। पिछले साल अगस्त में रुश्दी पश्चिमी न्यूयॉर्क में एक गैर लाभकारी शिक्षण केंद्र शैटेक्वा इंस्टीट्यूशन में उपस्थित हुए थे। उसी दौरान लेबनान मूल के अमेरिकी नागरिक हादी मतार ने उन पर चाकू से हमला कर दिया था। इस हमले में रुश्दी को कई चोटें आई थीं। उनकी दायीं आंख की रोशनी चली गई। उन्हें लिखने में दिक्कत भी होती है।
गाला में शामिल 700 मेहमानों के सामने रुश्दी ने कहा, आतंकवाद हमें आतंकित न करे। हिंसा हमें रोक न पाए। संघर्ष अभी जारी है। उन्होंने कहा कि वह उन नायकों की ओर से यह पुरस्कार स्वीकार कर रहे हैं जो शैटेक्वा इंस्टीट्यूशन में मंच पर पहुंचे थे और हमलावर को काबू कर लिया था। उन्होंने कहा, अगर वे लोग नहीं होते तो मैं निश्चित तौर पर आज यहां खड़ा नहीं होता। उस दिन मुझे निशाना बनाया गया लेकिन वे नायक थे। उस दिन पूरा साहस उनका था। मैं अपनी जिंदगी के लिए उनका एहसानमंद हूं।
ईरान के पूर्व सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खोमेनी ने 1989 में रुश्दी के उपन्यास ‘द सैटनिक वर्स’ में कथित ईशनिंदा के लिए उनकी मौत का फतवा जारी किया था जिसके बाद सलमान को बरसों तक छिप कर रहना पड़ा था।
रुश्दी ने 1981 के बाद से 12 से अधिक किताबें लिखी हैं जब उन्हें ‘मिडनाइट्स चिल्ड्रेन’ के लिए बुकर पुरस्कार से सम्मानित होने के बाद ख्याति मिली थी। उन्होंने हाल में अपना 15वां उपन्यास ‘विक्ट्री सिटी’ लिखा जो विजयनगर साम्राज्य की कहानी का काल्पनिक चित्रण है।

रुश्दी ने 1981 के बाद से 12 से अधिक किताबें लिखी हैं जब उन्हें ‘मिडनाइट्स चिल्ड्रेन’ के लिए बुकर पुरस्कार से सम्मानित होने के बाद ख्याति मिली थी। 

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