अश्रुत पूर्वा II
नई दिल्ली। नवोदित लेखिका नाजिश अंसारी को राजेंद्र यादव हंस कथा सम्मान दिया गया है। यह सम्मान सुप्रसिद्ध कथाकार राजेंद्र यादव की समृति में हर साल प्रदान किया जाता है। नाजिश को यह सम्मान उनकी कहानी ‘हराम’ के लिए दिया गया। कुल दस श्रेणियों में ये सम्मान दिए गए। पुरस्कार के अंतर्गत लेखकों को स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
इस अवसर पर आयोजित समारोह में राजेंद्र यादव के संपादकीय संकलन ‘तेरी मेरी उसकी बात’ को छह खंडों में जारी किया गया। वरिष्ठ आलोचक विश्वनाथ त्रिपाठी ने इन्हें जारी करते हुए कहा कि राजेंद्र यादव ने नई कहानी को न केवल नई दिशा दी बल्कि हिंदी साहित्य की अस्मिता को उस समय संरक्षित किया जब इसका अस्तिव खतरे में महसूस किया जा रहा था। उन्होंने यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की।
सम्मान समारोह में उपस्थित संस्कृतिकर्मी और वरिष्ठ कवि अशोक वाजपेयी ने राजेंद्रजी के साथ अपने संबंधों को याद किया। पत्रिका ‘हंस’ के संपादक संजय सहाय ने कहा कि इससे पहले सिर्फ राजेंद्र यादव हंस कथा सम्मान ही प्रदान किया जाता था मगर अब इसमें कई श्रेणियां शामिल की गई है। इनमें समीक्षा, लेख, लघुकथा, आवरण, पत्र, युवा कथा, अनूदित कथा, कविता और विक्रेता सम्मान की श्रेणियां हैं।