अश्रुत पूर्वा संवाद II
नई दिल्ली। काका साहब कालेलकर राष्ट्रीय सम्मान की घोषणा कर दी गई है। साहित्य के लिए कथाकार-कवि-गीतकार राकेश धर द्विवेदी को यह सम्मान दिया जा रहा है। गुजरात की गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता सुजाता शाह को समाज सेवा के लिए यह सम्मान मिलेगा। वहीं गुजरात की ही स्वतंत्र पत्रकार डॉ. ख्याति पुरोहित को पत्रकारिता के लिए यह सम्मान दिया जाएगा। पर्यावरणविद् जितेंद्र नागर को जन शिक्षण के लिए यह राष्ट्रीय सम्मान दिया जा रहा है। जबकि कला के लिए डॉ. राहुल स्वर्णकार को यह राष्ट्रीय सम्मान मिलेगा।
इस पुरस्कार के लिए एक चयन समिति ने कई रचनाकारों के नाम पर विचार किया। समिति की बैठक में गांधी हिंदुस्तानी साहित्य सभा की अध्यक्ष कुसुम शाह, विष्णु प्रभाकर प्रतिष्ठान के महामंत्री अतुल प्रभाकर उपस्थित थे। उनके अलावा साहित्यकार सदानंद कविश्वर, अंजू खरबंदा, पुष्प शर्मा और वरिष्ठ पत्रकार प्रसून लतांत भी इस चयन समिति में शामिल थे। यह सम्मान नौ दिसंबर को राजघाट के पास गांधी हिंदुस्तानी साहित्य सभा में प्रदान किया जाएगा।
सम्मानित रचनाकारों में राकेश धर द्विवेदी केंद्र में उच्चाधिकारी हैं। उनका लेखन से गहरा लगाव है। उनकी कविताओं में आम आदमी की चिंता मुखरित हुई है, वहीं राष्ट्रीयता के प्रति भी गहरा सरोकार दिखता है। पर्यावरण, जल संरक्षण और गौरेया पर लिखी कविताएं खासी चर्चित हुई हैं। उनके लिखे गीतों को यूट्यूब पर लाखों लोगों ने सुना है। डॉ. ख्याति पुरोहित पत्रकारिता के साथ साहित्य में भी सक्रिय हैं। हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं पर उनकी गहरी पकड़ है।
पर्यावरणविद् जितेंद्र नागर पर्यावरण वैज्ञानिक हैं। उन्होंने गंगा नदी परियोजनाओं के लिए कार्य किया है। वे कई कई अभियानों से भी जुड़े हैं। जबकि राहुल स्वर्णकार आकाशवाणी और दूरदर्शन के जाने-माने कलाकार हैं। वे तबला वादन में विख्यात हैं। तालों के सौंदर्य पर वे यूजीसी के लिए पाठ्यक्रम तैयार चुके हैं।
गुजरात की ख्याति पुरोहत और सुजाता शाह को भी मिला सम्मान