अश्रुत तत्क्षण

चर्चा में वृत्तचित्र ‘राइटिंग विद फायर’

फोटो: साभार गूगल

अश्रुत पूर्वा II

नई दिल्ली। महिलाओं की शक्ति को पूरी दुनिया ने एक बार फिर लोहा माना है। वैश्विक मंच ने एक बार फिर महिलाओं की मेधा को नोटिस में लिया है। हम बात कर रहे हैं वृत्तचित्र ‘राइटिंग विद फायर’ की, जिसने 94वें आस्कर पुरस्कारों की अंतिम नामांकन सूची में जगह बनाई है। ट्रेसी एलिस रॉस और लेसली जॉर्डन ने ‘एकेडमी आफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज’ के ट्विटर अकाउंट पर इस नामांकन की घोषणा की है।

क्या है ‘राइटिंग द फायर’? यह दरअसल, एक अनोखा भारतीय वृत्तचित्र है जिसमें अखबार ‘खबर लहरिया’ के उत्थान की कहानी बयान की गई है। एक ऐसा अखबार जिसे दलित महिलाएं निकालती हैं। इस वृत्तचित्र का निर्देशन रिंटू थॉमस और सुष्मित घोष ने किया है। इस वृत्तचित्र में दलित महिलाओं के एक समूह की कहानी दिखाई गई है, जो अपनी मुख्य संवाददाता मीरा के अगुआई में अखबार को प्रासंगिक रखने के उद्देश्य से उसे प्रिंट से डिजिटल माध्यम में लाया।

बता दें कि आस्कर पुरस्कार मार्च 27 को प्रदान किए जाएंगे। निर्देशक घोष ने कहा, ‘हम काफी खुश हैं। यह हमारे लिए और भारतीय सिनेमा के लिए एक बहुत बड़ा पल है।

  • क्या है राइटिंग द फायर? यह दरअसल, एक अनोखा भारतीय वृत्तचित्र है जिसमें अखबार ‘खबर लहरिया’ के उत्थान की कहानी बयान की गई है। एक ऐसा अखबार जिसे दलित महिलाएं निकालती हैं। इस वृत्तचित्र का निर्देशन रिंटू थॉमस और सुष्मित घोष ने किया है।

(एजंसी इनपुट)

About the author

ashrutpurva

Leave a Comment

error: Content is protected !!