अश्रुतपूर्वा II
नई दिल्ली। न्यूयार्क में साहित्य उत्सव में हिस्सा लेने के लिए कई भारतीय लेखक जुट रहे हैं। वे दुनिया के साथ अपने अनुभव और मूल्यों को साझा करेंगे। कला और संस्कृति के क्षेत्र के प्रतिष्ठित संगठन द इंडो अमेरिकन आर्टस काउंसिल (आईएएसी) का आठवां वार्षिक साहित्य उत्सव शुरू हो गया है। यह तेरह नवंबर तक चलेगा। इस आयोजन की शुरुआत नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के साथ वार्त से हुई।
इस उत्सव में सीधे तौर पर शामिल होने वाले लेखकों में हाल में बुकर पुरस्कार से सम्मानित हुर्इं लेखिका गीतांजलि भी शामिल हैं। इसके अलावा द फ्यूचर आॅफ हाउ वी लिव एंड वर्क की लेखिका एलिजेबेथ वर्गीस, टाटा का नेतृत्व प्रयोग : टाटा प्रशासनिक सेवा की कहानी के लेखक भरत वखलू, मुकुंद राजन, सोनू भसीन और टू हेल एंड बैक: ह्यूमन आफ कोविड की लेखिका पत्रकार बरखा दत्त, ए कंट्री कॉल्ड चाइल्डहुड की लेखिका और अभिनेत्री दीप्ति नवल और पद्मश्री सुनीता कोहली भी हिस्सा भाग लेंगी।
आईएएसी साहित्य उत्सव उन लेखकों को सामने लाता है जो भारतीय अनुभवों और मूल्यों से जुड़ी कहानियां दुनिया के सामने रखते हैं। वे हमारे लिए साहित्यिक अनुभव के नए मानदंड तय करते हैं। कल्पनाओं को नई उड़ान देते हैं।
द इंडो अमेरिकन आर्टस काउंसिल के उपाध्यक्ष राकेश कौल की ओर से जारी बयान के अनुसार, आईएएसी साहित्य उत्सव उन लेखकों को सामने लाता है जो भारतीय अनुभवों और मूल्यों से जुड़ी कहानियां दुनिया के सामने रखते हैं। वे हमारे लिए साहित्यिक अनुभव के नए मानदंड तय करते हैं। कल्पनाओं को नई उड़ान देते हैं। अपने नेतृत्व से मानवता का भविष्य भी तय करते हैं।
न्यूयॉर्क में 13 नवंबर तक चलने वाले उत्सव में स्टार शेफ विकास खन्ना, भारत में जन्मी ब्रिटिश शेफ आस्मा खाना, अभिनेत्री और नृत्यांगना रुक्मणी विजयकुमार, प्रिया कुमारी और राजा मीर मुख्य वक्ता होंगे। उत्सव में हिस्सा ले रहे 27 लेखकों की लेखनी पुरातत्व, इतिहास और नृत्य के साथ खाना-खजाना जैसे क्षेत्रों को छूती है। उत्सव का समापन 13 नवंबर को एक बड़ी दावत के साथ होगा। (मीडिया में आए समचार की पुनर्प्रस्तुति)