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नहीं रहीं अभिनेत्री और और नृत्यांगना बेला बोस

अश्रुतपूर्वा II

नई दिल्ली। साठ के दशक की चर्चित अदाकार बेला बोस नहीं रहीं। मुंबई के वाशी में एमजीएम अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। वे 79 साल की थीं। परिवार और करीबी दोस्तों की मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार किया गया। बेला बोस के निधन की खबर से बालीवुड में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके प्रशंसक नम आंखों से अभिनेत्री को याद कर रहे हैं।
बेला बोस को फिल्म जय संतोषी मां, बंदिनी और प्रोफेसर में उनके अभिनय के लिए आज भी याद किया जाता है। वे अपने दौर की चर्चित अभिनेत्री ही नहीं नृत्यांगना भी थीं। 21 जनवरी को एक निजी अस्पताल में बेला को दिल का दौरा पड़ा था। उनके अंतिम सस्कार के समय बेहद करीबी लोग ही उपस्थित थे।
बेला बोस प्रशिक्षित मणिपुरी नृत्यांगना थीं। वे राज्य स्तर की ने तैराक भी रहीं। इसके अलावा वे कुशल चित्रकार थीं। बेला बोस ने राज कपूर की 1959 में आई फिल्म ‘मैं नशे में हूं’ से  फिल्मों में अपने अभिानय की शुरुआत की थी। बेला ने दो सौ से अधिक हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं की फिल्मों में अभिनय किया।
बेला बोस ने बरसों तक कई फिल्मों में नृत्यांगना और सहायक अभिनेत्री के रूप में काम किया। इनमें फिल्म ‘चित्रलेखा’, ‘अनीता’, ‘शिकार’ और ‘सौ दिन सास’ के फिल्म शामिल हैं। उन्होंने अभिनेता व फिल्मकार आशीष कुमार से विवाह किया था। उनके परिवार में एक बेटा और एक बेटी है।
हिंदी सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्रियों में से एक बेला बोस ने दौ सौ से ज्यादा हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं की फिल्मों में काम किया। एक दौर में वे अरुणा ईरानी और हेलेन के साथ जानी-मानी नृत्यांगना के रूप में सामने आईं। वे बहुमुखी प्रतिभा की धनी थीं। उन्हें अभिनय से ज्यादा नृत्य  के लिए याद किया जाता है। फिल्मों से वे साल 1950 से लेकर 1980 तक जुड़ी रहीं।
बेला पहली बड़ी भूमिका 21 साल की उम्र में 1962 की फिल्म सौतेला भाई में मिलीं। इसमें उनके साथ गुरु दत्त नजर आए थे। उनहें एक बड़ा मौका राज कपूर के साथ मिला था। उन्होंने राज के साथ फिल्म मैं नशे में हूं में डांस नंबर किया था।

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