अश्रुत पूर्वा II
नई दिल्ली। लेखिका अरुंधति रॉय को 45वां ‘यूरोपियन एसे प्राइज फॉर लाइफटाइम अचीवमेंट’ सम्मान देने की घोषणा की गई है। पिछले दिनों चार्ल्स वीलॉन फाउंडेशन ने इसका एलान किया। रॉय को यह सम्मान 2021 में आजादी शीर्षक से छपे उनके निबंध संग्रह के फ्रेंच अनुवाद के लिए दिया गया है।
चार्ल्स वीलॉन फाउंडेशन ने एक बयान में कहा, अरुंधती रॉय ने अपने लेखों में फासीवाद का विस्तार से आकलन करते हुए बताया है कि इसे किस तरह अमली जामा पहनाया जा रहा है। वह अपने निबंधों का उपयोग मुकाबला के रूप में करती हैं। यह एक ऐसा मसला है जो तेजी से हमारे जीवन से जुड़ रहा है। राय के निबंधों से कई लोगों को संबल मिलता है।
पुरस्कार का चयन करने वाले निर्णायक मंडल ने अरुंधती की राजनीतिक कार्रवाई के प्रति प्रतिबद्धता को भी स्वीकार किया। बुकर सहित कई अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित लेखिका को 12 सितंबर को स्विस नगर लॉजेन में एक समारोह में यह सम्मान दिया जाएगा। उन्हें 20,000 स्विस फ्रैंक (यानी करीब 18 लाख रुपए) की पुरस्कार राशि दी जाएगी। बता दें कि यह सम्मान साल 1975 दिया जा रहा है।
चार्ल्स वीलॉन फाउंडेशन ने कहा कि वह ऐसे लेखकों की रचनाओं पर गौर करता है, जिनका काम मौजूदा समाज, उनकी प्रथाओं और विचारधाराओं का साक्षी है और उन पर मुखर टिप्पणी पेश करता है। (मीडिया में आई खबरों के आधार पर)
बुकर सहित कई अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित लेखिका को इस साल 12 सितंबर को स्विस नगर लॉजेन में एक समारोह में यह सम्मान दिया जाएगा।