अभिषेक कुमार II
वो शक्ति थी ,
(या ) सौंदर्य थी,
सहज थी,
(या ) सरल थी,
संपन्न थी,
(या) संपूर्ण थी ।।
मैं साक्ष्य था,
मैं स्तब्ध था ।
मैं सुदृढ़ था,
पर स्वंत्रत था,
मैं संशय में था ।।
संयोग हुआ ,
संपर्क हुआ (आंखों का),
संज्ञान हुआ (दोनो को एहसास हुआ),
वो सवाल थी,
मैं समाधान था।
वो सक्षम थी,
मैं समर्थ था।
वो सारगर्भित थी,
मैं, उसी का, सारांश था।।