अश्रुत पूर्वा II
नई दिल्ली। प्रोफेसर टीजे जोसेफ की आत्मकथा को केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार-2021 के लिए चुना गया है। जोसेफ की ‘अट्टुपोकथा ओरमकल’ धार्मिक अतिवाद और उनके द्वारा जीवन में सामना की गई चुनौतियों का भयावह विवरण है। जोसेफ का हाथ कथित ईशनिंदा के लिए पापुलर फ्रंट आफ इंडिया के कार्यकर्ताओं ने काट दिया था। यह मामला देश भर में काफी चर्चा में रहा था। इस घटना की चौतरफा भर्त्सना हुई थी।
प्रोफेसर टीजे जोसेफ ने आत्मकथा की श्रेणी में एम कुंजमन की ‘एथिरु’ के साथ पुरस्कार साझा किया है। पुरस्कार की घोषणा त्रिशूर में यहां अकादमी के अध्यक्ष के सच्चिदानंदन और इसके सचिव प्रोफेसर सीपी अबूबकर ने की।
आर राजश्री और विनॉय थॉमस ने सर्वश्रेष्ठ उपन्यास का पुरस्कार साझा किया। जबकि अनवर अली को कविता के लिए पुरस्कार मिला। वहीं लघु कहानी की श्रेणी में देवदास वीएम ने पुरस्कार जीता। इस अवसर पर लेखकों वैशाखन और प्रोफेसर केपी शंकरन को अकादमी की विशिष्ट सदस्यता के लिए चुना गया। (एजंसी इनपुट)
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