अश्रुतपूर्वा II
नई दिल्ली। आखिरकार पुलित्जर पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई। इस बार गल्प श्रेणी में बारबरा किंगसॉल्वर व हर्नान डियाज को उनकी कृतियों क्रमश: डेमन कॉपरहेड और ट्रस्ट के लिए पुलित्जर पुरस्कार दिया गया। डेमन कॉपरहेड जहां डिकेन्स के शास्त्रीय उपन्यास डेविड कॉपरफील्ड का आधुनिक पुनर्पाठ है। जबकि वहीं ट्रस्ट 1920 के दशक के न्यूयॉर्क पर केंद्रित धन और छल का अनोखा विमर्श पेश करता है।
बेवर्ली गेज को उनकी व्यापक रूप से सराही गई जी-मैन के लिए जीवनी की श्रेणी में पुलित्जर पुरस्कार दिया। यह जीवन एफबीआई में प्रमुख भूमिका निभाने वाले जे.एडगर हूवर पर आधारित है। सामान्य गैर गल्प श्रेणी में रॉबर्ट सैमुअल्स और टोलोज ओलोरुन्निपा ने अपनी किताब-हिज नेम इज जॉर्ज फ्लॉयड : वन मैन्स लाइफ एंड स्ट्रगल फॉर रेसियल जस्टिस के लिए पुलित्जर पुरस्कार जीता।
सनाज तोस्सी के नाटक इंग्लिश को इस श्रेणी के लिए और जेफरसन कोवी के फ्रीडम्स डोमिनियन : ए सागा आॅफ वाइट रेसिस्टेंस टू फेडरल पावर को इतिहास की श्रेणी में सम्मानित किया गया। पुलित्जर बोर्ड ने इंग्लिश की सराहना करते हुए इसे तेहरान के पास एक स्टोरफ्रंट स्कूल में अंग्रेजी भाषा की परीक्षा की तैयारी कर रहे चार ईरानी वयस्कों के बारे में एक प्रभावशाली नाटक बताया है, जहां पारिवारिक अलगाव और यात्रा प्रतिबंध उन्हें एक नई भाषा सीखने के लिए प्रेरित करते हैं जो उनकी पहचान को बदल सकती है और एक नए जीवन का प्रतिनिधित्व करने में मदद कर सकती हैं।
संस्मरण या आत्मकथा के लिए पुलित्जर हुआ सू की कहानी स्टे ट्रू को पुलित्जर दिया गया। देश के सबसे उच्च माने जाने वाले कवियों में से एक, कार्ल फिलिप्स ने देन द वॉर: एंड सेलेक्टेड पोएम्स, 2007-2020 के लिए कविता की श्रेणी में पुरस्कार जीता। रियान्नोन गिडेन्स और माइकल एबेल्स ने ओमर के लिए संगीत की श्रेणी में पुलित्जर पुरस्कार जीता। (मीडिया में आई खबरों से साभार)
आत्मकथा के लिए पुलित्जर हुआ सू की कहानी स्टे ट्रू को दिया गया। देश के सबसे उच्च माने जाने वाले कवियों में से एक, कार्ल फिलिप्स ने देन द वॉर: एंड सेलेक्टेड पोएम्स, 2007-2020 के लिए कविता की श्रेणी में पुरस्कार जीता।