अश्रुत पूर्वा II
नई दिल्ली। बुकर पुरस्कार से सम्मानित लेखिका गीतांजलि श्री का उपन्यास ‘रेत समाधि’ का अंग्रेजी अनुवाद ‘टॉम्ब ऑफ सैंड’ को हार्पर कॉलिन्स पब्लिशर्स अगले साल अमेरिका में प्रकाशित करेगा। अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिलने के बाद से यह उपन्यास चर्चा में है। टॉम्ब ऑफ सैंड 80 साल की वृद्ध महिला की कहानी है। इसका अनुवाद डेजी रॉकवेल ने किया है।
बता दें कि यह उपन्यास इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित होने वाला भारतीय भाषा का पहला उपन्यास है, जिसे अंग्रेजी में अनुवादित कृति के लिए अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार प्रदान किया गया है। गीतांजलि श्री का मूल उपन्यास ‘रेत समाधि’ का पहला संस्करण 2018 में आया था। जबकि 2021 में इसका अंग्रेजी संस्करण ‘टॉम्ब ऑफ सैंड’ रूप में सामने आया था।
हार्परविया ने इसे अमेरिकी बाजार में उतारने के लिए प्रकाशन अधिकार हासिल कर लिए हैं।
- गीतांजलि श्री का मूल उपन्यास ‘रेत समाधि’ का पहला संस्करण 2018 में आया था। जबकि 2021 में इसका अंग्रेजी संस्करण ‘टॉम्ब ऑफ सैंड’ रूप में सामने आया था। हार्परविया ने इसे अमेरिकी बाजार में उतारने के लिए प्रकाशन अधिकार हासिल कर लिए हैं।
हार्परविया के संपादक ग्रेचेन श्मिड ने पिछले दिनों बयान जारी कर कहा, मैं उपन्यास की मौलिकता से दंग रह गया था। यह एक ऐसी साहित्यिक कृति है, जो मैंने पहले कभी नहीं पढ़ी। गीतांजलि श्री मृत्यु, दुख और आघात के बारे में इस तरह से लिखती हैं, जो न केवल सार्थक व गतिशील है, बल्कि चंचल और दिलचस्प भी। डेजी रॉकवेल के शानदार अनुवाद और शब्दों के बेहतरीन प्रयोग के कौशल से भी विस्मित हूं। (यह प्रस्तुति मीडिया की खबरों पर आधारित)