अश्रुत तत्क्षण

भारत भवन में 15 जुलाई से कला और संस्कति की छटा

अश्रुत पूर्वा II

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश सर्जना का हृदय प्रदेश है। वह अपनी रचनाशीलता को सदैव अनूठे अंदाज में प्रस्तुत करता है। भोपाल स्थित भारत भवन इस राज्य की सांस्कृतिक गतिविधियों का अहम केंद्र है। इसका युवा शृंखला बेहद चर्चित है। इसकी आठवीं कड़ी में मध्य प्रदेश की रचनाशीलता का महोत्सव पंद्रह जुलाई से शुरू हो रहा है। इसका समापन 21 जुलाई को होगा।

युवा शृंखला में सांस्कृतिक गतिविधियों की यह यात्रा दीप प्रज्ज्वलन के बाद स्वागत वक्तव्य से शुरू होगी। इस क्रम में श्री जानकी बैंड की प्रस्तुति के बाद मध्य प्रदेश के उदीयमान कलाकारों के कला शिविर का शुभारंभ होगा। इसमें कलाकार  कथक और भारतनाट्यम की समूह प्रस्तुति देंगे। शाम को आयुष मिश्र का गायन होगा। उनके अलावा संजय द्विवेदी साथी कलाकारों के साथ भक्ति पदों का गायन करेंगे।

सोलह जुलाई को अमित मालवीय के वायलिन वादन के बाद वैचरिक सत्र शुरू होगा। जिसका विषय है- कथा का हृदय प्रदेश। इसकी अध्यक्षता शरद पगारे करेंगे। शाम के सत्र में कहानी पाठ होगा जिसमें आनुलताराज नायर, मुकेश वर्मा, अंबर पांडे, और मुदित श्रीवास्तव आदि हिस्सा लेंगे।

सत्रह जुलाई को राजेंद्र सिंह सोलंकी के तबला वादन के बाद वैचारिक सत्र शुरू होगा। इसका विषय होगा-कविता का हृदय प्रदेश। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मनोज श्रीवास्तव करेंगे। वक्तव्य देंगे- विकास दवे, आशुतोष दुबे, आनंद सिंह उत्पल बैनर्जी और प्रवेश तिवारी। सांध्य सत्र में काव्य पाठ का आयोजन होगा। इसमें राजीव सक्सेना, चित्रा सिंह, भास्कर लवकार, श्रुति कुशवाहा, नेहल शाह, ऋतु पल्लवी और डॉ सांत्वना श्रीकांत हिस्सा लेंगी।  

  • भोपाल स्थित भारत भवन मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक गतिविधियों का अहम केंद्र है। इसका युवा शृंखला बेहद चर्चित है। इसकी आठवीं कड़ी में मध्य प्रदेश की रचनाशीलता का महोत्सव पंद्रह जुलाई से शुरू हो रहा है। इसका समापन 21 जुलाई को होगा। इस दौरान कला, संगीत और नृत्य के कई कार्यक्रम होंगे। कहानी और कविता के कई पाठ होंगे।  

अठारह जुलाई को आमिर खान के सरोद वादन के बाद वैचारिक सत्र शुरू होगा। इसका विषय है- चित्र-शिल्प का हृदय प्रदेश। वक्तव्य देंगे देवीलाल पाटीदार, शोभा घारे, शम्पा शाह और वसंत भार्गव। अध्यक्षता करेंगे लक्ष्मीनारायण भवसार। शाम को कल्याणी और वैदेही का ओड़िशी नृत्य होगा।

उन्नीस जुलाई को संस्कृति वाहने और प्रकृति वाहने की सितार-संतूर की जुगलबंदी होगी। इसके बाद पूर्वाह्न सवा ग्यारह बजे वैचारिक सत्र शुरू होगा। जिसका विषय है- रंगमंच का हृदय प्रदेश । वक्तव्य देंगे आलोक चटर्जी,  गोपाल दुबे, टीकम जोशी और मनोज नायर। शाम को नाटक-बेटर हाफ की प्रस्तुति होगी।

बीस जुलाई को आयुष मोरोणे के सितार वादन के बाद वैचारिक सत्र शुरू होगा। इसका विषय होगा-संगीत और नृत्य का हृदय प्रदेश। वक्तव्य देंगे-लता जोशी, बिंदु जुनेजा और प्रवीण शेवलीकर। अध्यक्षता करेंगे जयन्त भिसे।

आयोजन के अंतिम दिन यानी 21 जुलाई को सलोनी गीते और साथी कलाकारों का निमाड़ी लोक गायन होगा। इसके बाद  वैचारिक सत्र शुरू होगा। इसका विषय रखा गया है- लोक आरण्यक रचनाशीलता का हृदय प्रदेश। वक्तव्य देंगे उर्मिला पांडे, मणिमाला सिंह, भज्जू श्याम, शिवशंकर मिश्र ‘सरस’, दुर्गा बाई व्याम और विनय उपाध्याय। कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे नर्मदा प्रसाद उपाध्याय।  शाम के सत्र में बघेली, बुंदेली और मालवी लोक गायन होगा। इसे शिवांगी पांडे, सुरभि जैन और विनोद पुरोहित साथी कलाकारों के साथ प्रस्तुति करेंगे।      
तस्वीर- प्रतीकात्मक और गूगल ले साभार

About the author

ashrutpurva

error: Content is protected !!