संवाददाता II
भोपाल, 18 जुलाई। भारत भवन इन दिनों संस्कृति-कला और साहित्य की रसधारा से सराबोर है। पंद्रह जुलाई से शुरू मध्य प्रदेश की रचनाशीलता महोत्सव ने यहां समां बांध दिया है। कहानी और काव्य पाठ की सतरंगी चमक से दर्शक और श्रोता मंत्रमुग्ध हैं।
भारत भवन में युवा शृंखला आठ के तहत सत्रह जुलाई को विषय था- कविता का हृदय प्रदेश। प्रथम सत्र में कविता पर साहित्य आलोचकों ने अपने विचार रखे। अध्यक्षता मनोज श्रीवास्तव ने की।
दूसरे सत्र में काव्य पाठ का आयोजन किया गया। इसमें चर्चित कवयित्री और साहित्य वेब पोर्टल अश्रुत पूर्वा डॉट कॉम की संस्थापक संपादक डॉ. सांत्वना श्रीकांत ने काव्य पाठ किया। उनके अलावा चित्रा सिंह, श्रुति कुशवाहा, नेहल शाह, ऋतु पल्लवी, राजीव सक्सेना और भास्कर लवकार ने हिस्सा लिया।
डॉ. सांत्वना श्रीकांत ने अपनी कविता – अबकी बार जो मिलोगे, तुम्हारी खोज में, घूंघट, सुनो लड़की, अप्राप्य का सुख, इच्छा और अनुपस्थिति का काव्य पाठ किया। बड़ी संख्या में उपस्थित श्रोताओं ने कवयित्रियों को सुना और सराहा।