बाल वाटिका हितोपदेश

रतन टाटा के अनमोल विचार

अश्रुत पूर्वा II

मैं सही फैसले लेने में विश्वास नहीं करता। मैं फैसले लेता हूं और फिर उन्हें सही साबित कर देता हूं।

आपको अभी अपने शिक्षक सख्त और डरावने लगते होंगे क्योंकि आपका अभी तक बॉस नाम के प्राणी से पाला नहीं पड़ा है।

तुम्हारे मां-बाप तुम्हारे जन्म से पहले इतने नीरस और उबाऊ नहीं थे। जितना तुम्हें अभी लग रहा है। तुम्हारे पालन पोषण में उन्होंने इतने कष्ट उठाये कि उनका स्वभाव बदल गया।

लोग तुम्हारे स्वाभिमान की तब तक परवाह नहीं करेंगे जब तक कि तुम खुद को साबित करके नहीं दिखा देते।

कोई भी लोहे को नष्ट नहीं कर सकता, लेकिन इसकी खुद की जंग इसे नष्ट कर देती है! इसी तरह एक व्यक्ति को कोई भी नष्ट नहीं कर सकता है, लेकिन खुद की मानसिकता उसे नष्ट कर सकती है।

लोग तुम्हारे स्वाभिमान की तब तक परवाह नहीं करेंगे जब तक कि तुम खुद को साबित करके नहीं दिखा देते।

तस्वीर: गूगल ले साभार

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ashrutpurva

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