अश्रुतपूर्वा II
नई दिल्ली। केरल साहित्य उत्सव के छठे संस्करण का आयोजन अगले साल 12 से 15 जनवरी को तिरुवनंतपुरम के कोझीकोड तट पर होगा। इसे एशिया का सबसे बड़ा साहित्य उत्सव कहा जाता है। इस उत्सव में दुनिया के जाने-माने लेखक इतिहासकार, लेखक, विचारक, नोबेल पुरस्कार से सम्मानित रचनाकार तथा कलाकार समेत 400 से ज्यादा वक्ताओं के हिस्सा लेने की संभावना है।
बताया गया है कि केरल साहित्य उत्सव में अलग-अलग सत्र होंगे, जिनमें कला, सिनेमा, राजनीति, संगीत, साहित्य, महामारी और उसका असर, स्वास्थ्य व अर्थव्यवस्था तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी समेत कई विषयों पर चर्चा होगी।
केरल साहित्य उत्सव में अलग-अलग सत्र होंगे। इनमें कला, सिनेमा, राजनीति, संगीत, साहित्य, महामारी और उसका असर, स्वास्थ्य व अर्थव्यवस्था तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी समेत कई विषयों पर चर्चा होगी।
आयोजकों के मुताबिक केरल साहित्य उत्सव का प्रतिनिधि पंजीकरण शुरू कर दिया गया है। इस साहित्य उत्सव में लेखकों, कलाकारों, प्रख्यात हस्तियों, विचारकों और विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों को जोड़ने का प्रयास होता है। उत्सव में स्पेन, अमेरिका, ब्रिटेन, इजराइल, न्यूजीलैंड और पश्चिम एशिया सहित दुनिया के अलग अलग देशों के लोग हिस्सा लेंगे।
आयोजकों का कहना है कि केरल साहित्य उत्सव में 400 से ज्यादा वक्ता हिस्सा ले सकते हैं। इनमें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अभिजीत बनर्जी, लेखक जेफरी आर्चर, अरुधंती रॉय, शोभा डे, शशि थरूर, गीतांजलि श्री, ओरहान पामुक, फ्रांसेस्क मिरालेस, वेंडी डोनिगर, रामचंद्र गुहा, संजीव सान्याल, पीयूष पांडे, प्रकाश राज, एमटी वासुदेवन नायर, और क्रिस गोपालकृष्णन शामिल हैं। (मीडिया मे आई खबर की पुनर्प्रस्तुति)