अश्रुत पूर्वा II
नई दिल्ली। राजधानी के प्रगति मैदान में लगे पुस्तक मेले में इस समय खासी चहल-पहल है। मेला 29 जुलाई को शुरू हुआ। पहले ही दिन बड़ी संख्या में पाठक पहुंचे। दो अगस्त तक चलने वाले इस मेले का उद्घाटन केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि किताबें आने वाली पीढ़ियों को ज्ञान से समृद्ध करती हैं।
दिल्ली पुस्तक मेले का 27वां संस्करण प्रगति मैदान के हाल नंबर 11,12 और 12ए में आयोजित किया गया है। इस वर्ष मेले का बड़ा महत्व है, क्योंकि यह ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के साथ मेल खाता है, खास तौर से तब जब देश वैश्विक जी20 शिखर सम्मेलन आयोजित कर रहा है। इस साल दिल्ली पुस्तक मेला 2023 का केंद्रीय विषय ‘राष्ट्र निर्माण में पुस्तकें’ है।
भारतीय प्रकाशक संघ इस पुस्तक मेले का सह-आयोजक है। एक विशेष बात यह है कि यह मेला ऐसे समय आयोजित किया जा रहा है जब भारतीय पुस्तक प्रकाशकों का यह प्रमुख सहायक निकाय अपनी स्थापना की स्वर्ण जयंती मना रहा है।
मेले में प्रतिभागियों और आगंतुकों की सुविधा पर विशेष ध्यान दिया गया है। सभी के लिए कार्यक्रमों में प्रवेश निशुल्क होगा। इस साल भी 23वां स्टेशनरी मेला सातवां आफिस आॅटोमेशन और कारपोरेट गिफ्ट मेला अपना ध्यान खींच रहा है। पुस्तक मेले के उद्घाटन के अवसर पर एफआइपी के अध्यक्ष रमेश के मित्तल, प्रकाशन विभाग की महानिदेशक हेमा मैती और आइटीपीओ के उप महाप्रबंधक कृष्ण कुमार उपस्थित थे।
मेले में आगंतुकों की सुविधा पर विशेष ध्यान दिया गया है। कार्यक्रमों में प्रवेश निशुल्क है।