अश्रुत पूर्वा संवाद II
नई दिल्ली। आयरलैंड के लेखक पाल लिंच को 2023 के बुकर पुरस्कार से पिछले दिनों सम्मानित किया गया। उन्हें यह पुरस्कार उनके उपन्यास ‘प्राफेट सांग’ के लिए दिया गया। लिंच ने यह पुरस्कार लेखिका चेतना मारू के उपन्यास वेस्टर्न लेन को हाशिए पर करते हुए अपने नाम किया था। बता दें कि उन्होंने अपने उपन्यास में निरंकुशता की चपेट में आए आयरलैंड की तस्वीर पेश की है।
लंदन में आयोजित एक कार्यक्रम में पाल लिंच को इस साल का बुकर पुरस्कार दिया गया। उनके उपन्यास में एक ऐसे परिवार की कहानी है जो एक ऐसी भयानक दुनिया से संघर्ष कर रहा है जिसमें लोकतंत्र की भावना और सिद्धांत गायब हो रहे हैं। लिंच ने इस पुरस्कार की घोषणा के बाद कहा कि वे उपन्यास लिखते समय आधुनिक अराजकता को देखने का प्रयास कर रहे थे। पश्चिमी लोकतंत्रों में अशांति देखने की कोशिश की।
बुकर पुरस्कार में 50 हजार रुपए की राशि दी जाती है। पाल लिंच यह पुरस्कार पाने वाले आयरलैंड के पांचवें लेखक हैं। इससे पूर्व उनके देश से ही आयरिस मर्डोक, जान बैनविले, राडी डायल और एनी एनराइट ने यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला था। पिछले दिनों लंदन के ओल्ड बिलिंग्सगेट में आयोजित एक समारोह में श्रीलंका के लेखक शेहान करुणातिलका ने वाल को इस पुरस्कार से समामानित किया।