अश्रुत तत्क्षण

सरल और सरस होनी चाहिए कविता : चक्रधर

अश्रुत पूर्वा संवाद II

नई दिल्ली। हिंदी के प्रतिष्ठित कवि और लेखक अशोक चक्रधर ने कहा कि अच्छी कविता वही है जो सरल और सरस है। यह संक्षिप्त भी होनी चाहिए। वे पिछले दिनों कवि हेमंत अग्रवाल स्नेही के काव्य संग्रह ‘लाख टके के बोल’ के लोकार्पण समारोह में बोल रहे थे। कार्यक्रम हिंदी भवन में आयोजित किया गया। चक्रधर इस समारोह के मुख्य अतिथि थे।
हेमंत अग्रवाल ने कहा कि गीत हर भाषा के काव्य की मुख्यधारा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गीत की एक प्रमुख धारा गीतिका है। इसे ही गजल कहा जाता है। उन्होंने कहा कि बड़ी और गहरी बात को सहजता और संक्षिप्त रूप से कहने के लिए दोहों को सबसे अच्छा माना गया है।
हेमंत मूल रूप से पत्रकार हैं। उनका कहना था कि इस संग्रह में कुछ कविताएं छात्र जीवन की लिखी हुई हैं। कुछ राजनीतिक घटनाओं पर टिप्पणी के रूप में है। इस मौके पर उपस्थित वरिष्ठ पत्रकार रामकृपाल सिंह ने कहा कि हेमंत ने काव्य संग्रह में सरल भाषा का उपयोग किया है। यही इसकी सुंदरता है।
लोकार्पण समारोह में जहां हेमंत ने अपनी कविताओं का पाठ किया वहीं कार्यक्रम में उपस्थित डॉ. हरिओम पवार ने तालिबानी आतंकवाद पर कविता पढ़ी। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्र जैन भी मौजूद थे।

About the author

ashrutpurva

error: Content is protected !!