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दिल्ली विवि में गीता पर पाठ्यक्रम

अश्रुत पूर्वा संवाद II

नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय में विद्यार्थी अब श्रीमद्भागवत गीता भी पढ़ सकेंगे। विश्वविद्यालय का रामानुजन कालेज गीता का ज्ञान देने के लिए सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने जा रहा है। यह पाठ्यक्रम 18 दिनों का होगा। इस पाठ्यक्रम में गीता के 18 अध्याय पढ़ाए जाएंगे। इस पाठ्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय के कालेजों के शिक्षक और विद्यार्थियों के अलावा शिक्षक, कर्मचारी और आम लोग भी शमिल हो सकेंगे। इसका लक्ष्य श्रीमद्भागवत के सभी अध्यायों का दर्शन बताना है।
रामानुजन कालेज के प्राचार्य प्रो. एसपी अग्रवाल ने बताया कि स्थापना दिवस पर एक नए केंद्र की स्थापना की गई। इस केंद्र का नामकरण भारतम: भारतीय ज्ञान परंपरा : अध्ययन, अध्यापन एवं अनुसंधान केंद्र रखा गया है। इसी के साथ पहला सर्टिफिकेट कार्यक्रम शुरू हो रहा है। इस पाठ्यक्रम में श्रीमदभागवद्- गीता: प्रबोध एवं प्रासंगकिता को सम्मिलित किया गया है।
कालेज के प्राचार्य के मुताबिक भारतम केंद्र का उद्देश्य भारतीय ज्ञान परंपरा को संजोना तो है ही, साथ ही इसमें निहित मूल्यवान ज्ञान के संरक्षण और इसके प्रसार के लिए एक आधार स्तंभ के रूप में काम भी करना है। उन्होंने बताया कि यह पाठ्यक्रम आफलाइन के साथ आनलाइन भी चलेगा।
भारतम केंद्र का उद्घाटन स्वामी परमानंद सरस्वती ने पिछले दिनों किया। जबकि पाठ्यक्रम का उद्घाटन डॉ. निर्मलानंदनाथ महास्वामी ने किया। स्थापना दिवस के मौके पर जायडेक्स समूह के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. अजय रांका ने पाठ्यक्रम की घोषणा की। वे स्थापना दिवस व्याख्यान के मुख्य अतिथि भी थे। (मीडिया में आई खबरों के आधार पर)

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