स्टाकहोम। तंजानियाई लेखक अब्दुलरजाक गुरनाह को इस साल के साहित्य का नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। स्वीडिश एकेडमी ने कहा कि ‘उपनिवेशवाद के प्रभावों को बिना समझौता किए और करुणा के साथ समझने’ में उनके योगदान के लिए यह सम्मान दिया जा रहा है। जांजीबार में 1948 में जन्मे गुरनाह इंग्लैंड में रहते हैं। वे यूनिवर्सिटी ऑफ केंट में प्रोफेसर हैं। उनके उपन्यास ‘पैराडाइज’ को 1994 में बुकर पुरस्कार के लिए चुना गया था। उन्होंने दस उपन्यास लिखे हैं।
साहित्य के लिए नोबेल समिति के अध्यक्ष एंडर्स ओल्सन ने उन्हें ‘दुनिया के उत्तर-औपनिवेशिक काल के सर्व प्रतिष्ठित लेखकों में से एक’ बताया। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के तहत एक स्वर्ण पदक और एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर (लगभग 11.4 लाख डॉलर राशि) दी जाएगी। पिछले साल साहित्य का नोबेल पुरस्कार अमेरिकी कवयित्री लुइस ग्लुक को मिला था।
साहित्य के लिए 2021 के नोबेल पुरस्कार की घोषणा गुरुवार शाम की गई। इससे पहले इस पुरस्कार से कवियों, उपन्यासकारों और यहां तक कि अमेरिकी गायक व गीतकार बॉब डिलन को सम्मानित किया चुका है। इस बार यह पुरस्कार लेखक अब्दुलरजाक गुरनाह को प्रदान किया गया।
ब्रिटिश पुस्तक प्रकाशकों के अनुसार इस बार के साहित्य के लिए पुरस्कार की दौड़ में मुख्य रूप से केन्या के नगुगी वा थियोंगओ, फ्रांसीसी लेखिका एनी एरनॉक्स, जापानी लेखक हरूकी मुराकामी, कनाडा की मार्गरेट एटवुड और एंटीगुआई-अमेरिकी लेखिका जमैका किनकैड शामिल थीं।
इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के तहत एक स्वर्ण पदक और एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर दिए जाते हैं। नोबेल समिति इससे पहले चिकित्सा के लिए, फिर भौतकी के लिए और इसके बाद रसायन विज्ञान के लिए विजेताओं के नाम की घोषणा कर चुकी है। (स्रोत : एजंसी)
आदरणीय अब्दुल रजाक गुरनाह जी को हार्दिक बधाई 💐🙏