अश्रुत पूर्वा II
नई दिल्ली। हिंदी लेखक असगर वजाहत को प्रतिष्ठित व्यास सम्मान मिलेगा। इसकी घोषणा केके बिड़ला फाउंडेशन ने की है। फाउंडेशन की विज्ञप्ति के मुताबिक प्रोफेसर रामजी तिवारी की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने वजाहत के नाम का चयन किया और उनके नाटक ‘महाबली’ को 31वां व्यास सम्मान प्रदान करने का फैसला किया है। वजाहत का यह नाटक 2019 में प्रकाशित हुआ था।
केके बिड़ला फाउंडेशन के मुताबिक व्यास सम्मान पिछले दस साल के दौरान हिंदी में प्रकाशित साहित्यिक रचना के लिए दिया जाता है। पुरस्कार में साहित्यकार को चार लाख रुपए और फलक दिया जाता है। उनके अनेक उपन्यास, नाटक, निबंध, कहानी-संग्रह और यात्रा-वृतांत प्रकाशित हो चुके हैं।
- चर्चित लेखक वजाहत को इससे पहले हिंदी अकादमी ने श्रेष्ठ नाटककार के सम्मान से सम्मानित किया था। इसके अलावा उन्हें 2014 में नाट्य लेखन के लिए संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड और 2016 में हिंदी अकादमी ने अपना सर्वोच्च शलाका सम्मान उन्हें प्रदान दिया था। वजाहत जामिया मिल्लिया इस्लामिया के हिंदी विभाग में लंबे समय तक प्रोफेसर रहे हैं।
चर्चित लेखक वजाहत को इससे पहले हिंदी अकादमी ने श्रेष्ठ नाटककार के सम्मान से सम्मानित किया था। इसके अलावा उन्हें 2014 में नाट्य लेखन के लिए संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड और 2016 में हिंदी अकादमी ने अपना सर्वोच्च शलाका सम्मान उन्हें प्रदान दिया था। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में पांच जुलाई 1946 में जन्मे वजाहत जामिया मिल्लिया इस्लामिया के हिंदी विभाग में लंबे समय तक प्रोफेसर रहे हैं।
केके बिड़ला फाउंडेशन ने अपनी विज्ञप्ति में बताया है कि वजाहत का नाटक ‘महाबली’ बादशाह अकबर और कवि तुलसीदास को केंद्र में रख कर लिखा गया है। (स्रोत : एजंसी)
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