अश्रुत पूर्वा II
नई दिल्ली। यह किसी भी लेखक के लिए सम्मान की बात हो सकती है। खास तौर से तब, जबकि ब्रिटेन की महारानी के जन्मदिन पर सम्मानित किए जाने वाले भारतीय मूल के 40 से ज्यादा पेशेवर और सामुदायिक कार्य करने वाले लोगों की सूची में नाम शामिल हो। इस बार यह सम्मान मिला है प्रख्यात लेखक सलमान रुश्दी को। सबसे खास बात यह कि इस सूची में रुशदी का नाम सबसे ऊपर है।
बता दें कि सलमान रुश्दी का जन्म मुंबई में हुआ था और उन्हें उनके उपन्यास ‘मिडनाइट्स चिल्ड्रन’ के लिए बुकर पुरस्कार मिला था। अब उन्हें साहित्य जगत में सेवा के लिए, ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ ‘कम्पेनियन आॅफ आॅनर’ से सम्मानित करेंगी।
- सम्मानित होने वालों की सूची में नाम शीर्ष पर
- महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के ब्रिटेन पर शासन के 70 वर्ष पूरे होने जो सूची जारी की गई उसमें सलमान रुशदी का नाम सबसे ऊपर है। वे अपने विवादास्पद उपन्यास ‘द सैटनिक वर्सेज’ के लिए ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामनेई का फतवा का समाना कर चुके हैं।
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के ब्रिटेन पर शासन के 70 वर्ष पूरे होने जो सूची जारी की गई उसमें सलमान रुशदी का नाम सबसे ऊपर है। वे अपने विवादास्पद उपन्यास ‘द सैटनिक वर्सेज’ के लिए ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खमेनी का फतवा का समाना कर चुके है।
‘कम्पेनियन आफ आनर’ एक विशेष पुरस्कार है जो चिकित्सा, कला और विज्ञान आदि क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाता है। इससे पहले यह पुरस्कार ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल, जॉन मेजर और विख्यात भौतिकशास्त्री स्टीफन हॉकिंग को प्रदान किया जा चुका हैं।
रुश्दी को दिए जाने वाले प्रशस्ति पत्र पर अंकित है, बंबई में जन्मे, बाद में उन्होंने रग्बी स्कूल और किंग्स कॉलेज से पढ़ाई की जहां उन्होंने इतिहास का अध्ययन किया। पत्र पर लिखा गया, विज्ञापन की दुनिया से करियर की शुरूआत की और ‘मिडनाइट्स चिल्ड्रन’ को दो बार (1993 और 2008) बेस्ट आफ बुक घोषित किया गया। उन्हें साहित्य में सेवा के लिए 2007 में नाइटहुड की उपाधि दी गई। (यह प्रस्तुति एजंसियों की खबरों पर आधारित)