अश्रुतपूर्वा II
नई दिल्ली। राजस्थान में कबीर यात्रा दो साल बाद फिर से शुरू हो रही है। इसका उद्देश्य कबीर के काव्य के संदेश का प्रचार करना है। राजस्थान पुलिस की ताना-बाना परियोजना के तहत लोकायन संस्थान की ओर से आयोजित लोक संगीत उत्सव के छठे संस्करण की शुरूआत दो अक्तूूबर को उदयपुर से होगी। इसमें कई संगीत समूह और गायकों के दल कबीर, मीराबाई, बाबा बुल्लेह शाह तथा शाह लतीफ जैसे निर्गुण एवं सूफी संतों के संबंध में अपनी प्रस्तुति देंगे।
एक बयान में कहा है कि कबीर के काव्य में लोगों एवं समाज को एकजुट करने की शक्ति है। राजस्थान कबीर यात्रा के माध्यम से देखा गया कि कैसे कबीर के काव्य और संगीत समाज को सांप्रदायिक सद्भाव के संदेश देते हैं। ताना-बाना परियोजना के तहत आयोजित की जा रही इस यात्रा के तहत सभी समुदायों के लोग और कलाकार हिस्सा ले रहे हैं। यह संगीत यात्रा निश्चित ही स्थानीय स्तर पर सामाजिक सद्भाव बढ़ाने में मदद करेगी।
दूसरी ओर लोकायन संस्थान के संस्थापक गोपाल सिंह चौहान ने कहा कि इस यात्रा के माध्यम से मेरा मिशन यह सुनिश्चित करना है कि इन महान कवियों का संदेश समुदाय तक पहुंचे तथा उनके शब्द यात्रियों के दिलो-दिमाग में बैठें। राजस्थान कबीर यात्रा का मुख्य लक्ष्य दुनियाभर के समुदायों को साथ लाना है।
(प्रस्तुति मीडिया खबरों पर आधारित)