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अंजस महोत्सव 29 अक्तबर से, दिखेगी राजस्थान की विरासत और परंपरा

अश्रुतपूर्वा II

नई दिल्ली। राजस्थान समृद्ध परंपराओं और संस्कृति की धरती है। इसे संरक्षित करने के लिए, अंजस महोत्सव का पहला संस्करण अक्तूबर के अंतिम सप्ताह में आयोजित होगा। आयोजक रेख्ता फाउंडेशन ने पिछले दिनों यह जानकारी दी। दो दिन तक चलने वाले इस महोत्सव का उद्घाटन राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और जोधपुर के महाराज गज सिंह करेंगे। आयोजन जोधपुर के गढ़ गोविंद में किए जाने की संभावना है।

अंजस महोत्सव के दौरान औपचारिक रूप से राजस्थानी भाषा की शाब्दिक और मौखिक साहित्यिक परंपरा के अपनी तरह के पहले डिजिटल कोष की भी शुरुआत होगी। रेख्ता फाउंडेशन ने कहा कि यह राजस्थानी में अपनी तरह का पहला और सबसे व्यापक आनलाइन संग्रह है। 

अंजस महोत्सव 29 और 30 अक्तूबर को आयोजित होगा। आयोजकों के अनुसार अपने पहले संस्करण में, साहित्यिक और सांस्कृतिक उत्सव  साहित्य, रंगमंच, शिक्षा, प्रदर्शन कला, संगीत, फिल्म, शिल्प और सांस्कृतिक प्रथाओं को एक साथ लाएगा। अंजस महोत्सव में उस्ताद अनवर खान मंगनियार, मामे खान, और मुख्तियार अली, गायिका इला अरुण, राजस्थानी कवि अर्जुन देव चरण, मधु आचार्य, ऐदन सिंह भाटी और चंद्र प्रकाश देवल सहित कई लोक कलाकार, शिल्पकार और साहित्यकार हिस्सा लेंगे।

इस आयोजन में चर्चित अभिनेता राजेश तैलंग, संगीतकार नाथूलाल सोलंकी और म्यूजिकल ग्रुप बाड़मेर बॉयज का सत्र भी होगा। रेख्ता की नई पहल के बारे में संस्थापक संजीव सराफ के मुताबिक अंजस की नींव राजस्थानी भाषा और राजस्थान के लोगों की परंपरा के पुनरुद्धार तथा कायाकल्प करने के लिए रखी गई है। (प्रस्तुति मीडिया की खबरों पर आधारित)

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