अश्रुतपूर्वा II
नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र में हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में शामिल कराने की दिशा में कोशिश की जा रही है। इसमें कुछ प्रगति हुई है, पर इसमें थोड़ा समय लगेगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने फिजी में अगले साल होने वाले विश्व हिंदी सम्मेलन के शुभंकर एवं वेबसाइट के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान यह बात कही।
जयशंकर ने कहा कि हिंदी का उपयोग यूनेस्को में हो रहा है। जहां तक संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में हिंदी के प्रयोग की बात है, तो इस संबंध में साथ हमारा एक समझौता है। इसके तहत संयुक्त राष्ट्र द्वारा इस समय सोशल मीडिया और न्यूजलेटर में हिंदी का प्रयोग किया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र में हिंदी को शामिल करने के संबंध में विदेश मंत्री ने कहा कि इसमें थोड़ा समय लगेगा। संयुक्त राष्ट्र की प्रक्रिया में भाषा को शामिल करना इतना आसान नहीं है। इस दिशा में प्रगति तो हुई है। उम्मीद है यह काम होगा।
जयशंकर ने कहा कि हिंदी का उपयोग यूनेस्को में हो रहा है। जहां तक संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में हिंदी के प्रयोग की बात है, तो इस संबंध में साथ हमारा एक समझौता है। इसके तहत संयुक्त राष्ट्र द्वारा इस समय सोशल मीडिया और न्यूजलेटर में हिंदी का प्रयोग किया जा रहा है।
डिजिटल माध्यम से दूसरे देशों में हिंदी को बढ़ावा देने पर उन्होंने कहा कि हमारा अनुभव डिजिटल माध्यम के उपयोग को लेकर है, खासकर अफ्रीका में अच्छा अनुभव है। यह शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में डिजिटल माध्यम के उपयोग से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि सलाहकार समिति की बैठक में इस विषय पर चर्चा हुई है और हमारी इच्छा है कि हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाए।
इस मौक पर उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले विश्व हिंदी सम्मेलन में भारत और विदेश में रहने वाले हिंदी प्रेमी, लेखक-साहित्यकार और शिक्षण संस्थान इस सम्मेलन में उत्साह से हिस्सा लेंगे। (मीडिया में आई खबर की पुनर्प्रस्तुति)