अश्रुतपूर्वा II
नई दिल्ली। पिछले दिनों मलयालम और अंग्रेजी भाषा के विख्यात कवि, उपन्यासकार तथा पटकथा लेखक टीपी राजीवन ने कोझिकोड के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस मिली। लेखक के परिवार के मुताबिक राजीवन कुछ समय से गुर्दा संबंधी रोग से पीड़ित थे। वे अपनी बीमारी का उपचार करवा रहे थे।
राजीवन के निधन पर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने गहरा शोक व्यक्त किया है। लेखक के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं।
राजीवन को 2014 में उपन्यास के ‘टी एन कोट्टूर : एझुथुम जीवथावम’ के लिए केरल साहित्य अकादेमी पुरस्कार मिला था। वह ‘थाचम पोयिल राजीवन’ नाम के से अंग्रेजी भाषा में भी कविताएं लिखते थे।
राजीवन मलयालम और अंग्रेजी साहित्य क्षेत्र में टीपी के नाम से मशहूर थे। उन्हें केरल साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें कई प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्कार भी मिले थे।
राजीवन ने कविता, उपन्यास सहित साहित्य की विभिन्न शैलियों में बड़ा योगदान दिया। ‘पलेरिमानिक्यम ओरु पथिरा कोलापथकम’, ‘केटी एन कोट्टूर : एझुथुम जीवथावम’, ‘क्रियाशेशम’, ‘कुन्हाली मरकर’ राजीवन के प्रमुख उपन्यास हैं। बता दें कि ‘पलेरीमणिक्यम’ पर इसी नाम से एक फिल्म भी बनी थी, जिसमें दिग्गज अभिनेता ममूटी मुख्य भूूमिका में थे।