अश्रुतपूर्वा II
नई दिल्ली। गायिका मैथिली ठाकुर को बिहार के लोक संगीत में उनके योगदान के लिए साल 2021 के संगीत नाटक अकादमी के प्रतिष्ठित उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है। इस घोषणा के बाद युवा गायिका मैथिली ने कहा कि इस पुरस्कार से उन्हें बिहार के लोक संगीत को आगे बढ़ाने की प्रेरणा मिली है।
उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार की घोषणा पर मैथिली ने कहा, इस पुरस्कार ने मुझे एक बड़ी जिम्मेदारी दी है। इसके साथ ही बिहार के लोक संगीत को महाद्वीपों में फैलाने के लिए प्रेरणा दी है।
मधुबनी जिले के बेनीपट्टी में जन्मीं और हिंदी, मैथिली और भोजपुरी में लोकगीत गाने वाली मैथिली ठाकुर को उनके दादा और पिता ने हिंदुस्तानी शास्त्रीय और लोक संगीत में प्रशिक्षित किया। कम समय में चर्चित हो गर्इं मैथिली ने कहा वे आज जो कुछ भी हैं, अपने पिता और मां की वजह से हैं।
संगीत नाटक अकादमी ने पिछले दिनों छह नवंबर से आठ नवंबर तक आयोजित सामान्य परिषद की बैठक में भारत के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा से अपनी पहचान बनाने वाले 102 कलाकारों का चयन वर्ष 2019, 2020 और 2021 के लिए उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार के लिए किया। यह पुरस्कार 40 साल से कम आयु के कलाकारों को दिया जाता है। इस पुरस्कार में 25000 रुपए की राशि दी जाती है।
इस मौके पर गायिका मैथिली ठाकुर ने कहा, उनकी इस सफलता के पीछे कई लोग हैं, खासकर वे लोग जिन्होंने मुझे प्रेरित किया। मैं अपने परिवार के सदस्यों, विशेष रूप से अपने पिता और मां की शुक्रगुजार हूं, जो मेरे जुनून को पूरा करने के लिए मुझे समर्थन और प्रेरणा देते रहे। मेरे काम, मेरे परिवार के सदस्यों और मेरे राज्य के लोगों को सम्मानित करने के लिए निर्णायक मंडल के सदस्यों का आभार। (मीडिया में आए समाचार की पुनर्प्रस्तुति)