अश्रुतपूर्वा II
नई दिल्ली। लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने भाषाई विविधता को भारत की ताकत बताया है। उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा लोगों को आपस में जोड़ती है। वे हिंदी पखवाड़ा में आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित करने के बाद बोल रहे थे।
श्री बिरला ने हिंदी पखवाड़ा-2022 के विजेताओं को पुरस्कार देने के बाद कहा, भाषाएं हमें एक दूसरे के साथ भावनात्मक निकटता बनाने और राष्ट्र को एकजुट करने में मदद करती हैं। उन्होंने कहा कि भाषाई विशिष्टता पहचान का सबसे महत्त्वपूर्ण आधार है और हिंदी लोगों को आपस में जोड़ती है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भाषाएं हमें एक दूसरे के साथ भावनात्मक निकटता बनाने और राष्ट्र को एकजुट करने में मदद करती हैं। भाषाई विशिष्टता पहचान का सबसे महत्वपूर्ण आधार है और हिंदी लोगों को आपस में जोड़ती है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, आजादी के आंदोलन ने स्वदेशी भाषाओं, विशेष रूप से हिंदी को हमारे सामूहिक संघर्ष की नींव के रूप में स्थापित किया। उन्होंने आजादी के बाद देश में आए सामाजिक और आर्थिक बदलाव तथा राष्ट्र निर्माण में हिंदी के योगदान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अमृत काल में भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में समर्पित प्रयासों से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। (मीडिया में आए समाचार की पुनर्प्रस्तुति)