अश्रुतपूर्वा II
नई दिल्ली। साहित्य अकादमी ने हिंदी, मैथिली और कोंकणी में साल 2022 के अनुवाद पुरस्कार का एलान कर दिया है। इस बार हिंदी में गौरीशंकर रैणा को यह पुरस्कार दिया जा रहा है। पिछले हफ्ते अकादमी ने 17 भाषाओं के लेखक-लेखिकाओं को अनुवाद पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की थी। जबकि हिंदी समेत कुछ भाषाओं में तकनीकी कारणों से अनुवाद पुरस्कारों की घोषणा नहीं की गई थी।
साहित्य अकादेमी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि गौरीशंकर रैणा को कश्मीरी में लिखी पुस्तक का हिंदी में ‘कश्मीरी की प्रतिनिधि कहानियां’ नाम से अनुवाद करने के लिए पुरस्कार से सम्मानित करने का एलान किया गया है। रत्नेश्वर मिश्र को अंग्रेजी में लिखे उपन्यास का मैथिली में ‘आजादी’ नाम से अनुवाद करने के लिए और माणिकराव राम नाइक गावणेकार को बंगाली पुस्तक का कोंकणी में ‘श्रीरामकृष्ण अमृतवाणी’ नाम से तजुर्मा करने के लिए साहित्य अकादेमी अनुवाद पुरस्कार दिया जा रहा है।
बता दें कि साहित्य अकादेमी प्रति वर्ष 24 भारतीय भाषाओं के लेखक-लेखिकाओं को अनुवाद पुरस्कार से सम्मानित करती है। अकादेमी ने कुछ दिनों पहले 17 भाषाओं के लिए पुरस्कारों की घोषणा की थी। इसके बाद उसने ओडिया भाषा में अनुवाद पुरस्कार देने की घोषणा की थी। विज्ञप्ति के मुताबिक, कमला सत्पथी को तेलुगु उपन्यास का ओडिया में ‘सुनेली बादल’ नाम से अनुवाद करने के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। बयान के मुताबिक, पुरस्कार के रूप में एक उत्कीर्ण ताम्रफलक और 50 हजार रुपए की राशि दी जाती है।
अकादेमी ने कुछ दिनों पहले 17 भाषाओं के लिए पुरस्कारों की घोषणा की थी। अनुवाद पुरस्कार में एक उत्कीर्ण ताम्रफलक और 50 हजार रुपए की राशि दी जाती है।