नई आमद

अब अंग्रेजी में भी आएगी बनारस टॉकीज

अश्रुत पूर्वा II

नई दिल्ली। चर्चित लेखक सत्य व्यास के उपन्यास बनारस टॉकीज का अंग्रेजी संस्करण जुलाई में आ रहा है। पेंग्विन रैंडम हाउस इंडिया ने यह जानकारी दी है। आम लोगों के जीवन पर आधारित यह उपन्यास 2015 में हिंदी में प्रकाशित हुआ था। इसका अनुवाद संपादक हिमाद्रि अग्रवाल ने किया है। इसे पेंग्विन प्रेस इम्प्रिंट के तहत जारी किया जाएगा।

हिंदी उपन्यास बनारस टॉकीज को भारत के श्रेष्ठ कैम्पस उपन्यासों में गिना जाता है। इसमें तीन दोस्तों की कहानी है जो कालेज की पढ़ाई कर रहे हैं। वे परीक्षा का प्रश्नपत्र चुराने की योजना बनाते हैं। वहीं वे एक महिला से बात करने के लिए संघर्ष करते हैं।

  • दिल्ली दरबार, चौरासी और बनारस टॉकीज समेत पांच सबसे अधिक बिकने वाली पुस्तकों के चर्चित लेखक सत्य व्यास ने कहा, छात्रावास के इस गल्प ने सालों तक हिंदी में पाठकों का मनोरंजन किया है। यह मेरे लिए गर्व की बात है कि हम अब पेंग्विन के माध्यम से अंग्रेजी में नए पाठकों तक पहुंच सकते हैं। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की पृष्ठभूमि पर लिखी गई इस पुस्तक का लक्ष्य युवा भारतीयों के संघर्ष, आकांक्षाओं एवं जिंदगी को सामने लाना है।

दिल्ली दरबार, चौरासी और बनारस टॉकीज समेत पांच सबसे अधिक बिकने वाली पुस्तकों के लेखक सत्य व्यास ने कहा, छात्रावास के इस गल्प ने कई सालों तक हिंदी में पाठकों का मनोरंजन किया है। यह मेरे लिए गर्व की बात है कि हम अब पेंग्विन के माध्यम से अंग्रेजी में नए पाठकों तक पहुंच सकते हैं। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की पृष्ठभूमि पर लिखी गई इस पुस्तक का लक्ष्य युवा भारतीयों के संघर्ष, आकांक्षाओं एवं जिंदगी को सामने लाना है।

अनुवादक हिमाद्रि अग्रवाल ने कहा, बनारस टॉकीज का अनुवाद करना प्यार, हंसी-ठिठोली और साहस का सफर है। मैं इसका अनुवाद कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। इसका भी इंतजार नहीं कर सकता कि अंग्रेजी पाठक पुस्तक के बारे में क्या सोचते हैं। (इनपुट एजंसी) (फोटो साभार गूगल)

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