अश्रुतपूर्वा II
नई दिल्ली। देश-विदेश में विख्यात लेखक रस्किन बांड अरसे तक बच्चों के लिए लिखने के बाद अब बुजुर्गों के लिए एक नई किताब लेकर आ रहे हैं। यह किताब बताएगी कि कि साठ की उम्र के बाद मनुष्य को किस तरह जीना चाहिए। यों भी साठ पार करने के बाद लोगों को वरिष्ठ नागरिक या बुजुर्ग कहा जाने लगता है, लेकिन चर्चित लेखक अपनी अगली किताब में बताएंगे कि किस तरह इस आयु के बाद भी जिंदगी का अच्छा समय गुजारा जा सकता है।
अपनी लेखनी से बच्चों के बीच लोकप्रिय रस्किन बांड आगामी 19 मई को 89वां जन्मदिन मनाने जा रहे हैं। इस मौके पर उनकी किताब ‘द गोल्डन ईयर्स’ आएगी। प्रकाशक हार्पर कॉलिन्स इंडिया ने यह जानकारी दी है। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित रस्किन ने कई पुस्तकें लिखी हैं। उन्हें 1999 में पद्मश्री और 2014 में उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। 1934 में हिमाचल के कसौली जिले में जन्मे रस्किन 1970 से मसूरी में रह कर साहित्य रच रहे हैं। यह सिलसिला पिछले पांच दशक से जारी है।
रस्किन बांड ने एक बयान में कहा, यह किताब मैंने अपने जैसे उन लोगों के लिए लिखी है जो अब पेड़ों पर नहीं चढ़ सकते, आसमान में हैरतअंगेज कारनामे नहीं कर सकते। लेकिन ऐसी बहुत सारी चीजें हैं जो हम कर सकते हैं और यह किताब इनमें से कुछ के बारे में बताएगी। उन्होंने कहा कि थोड़ा ध्यान दिया जाए और प्यार से काम किया जाए तो ये साल कई बार जिंदगी के सबसे खूबसूरत साल होते हैं।
रस्किन बांड के मुताबिक ‘द गोल्डन ईयर्स’ अपने जैसे उन लोगों के लिए लिखी है जो अब पेड़ों पर नहीं चढ़ सकते, आसमान में हैरतअंगेज कारनामे नहीं कर सकते। लेकिन जो हम कर सकते हैं यह किताब कुछ के बारे में बताएगी। अपनी लेखनी से बच्चों के बीच लोकप्रिय रस्किन बांड 19 मई को 89वां जन्मदिन मनाने जा रहे हैं।