स्वास्थ्य

मंकीपॉक्स: डब्लूूएचओ ने क्यों घोषित किया वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल

अश्रुत पूर्वा II

नई दिल्ली। मंकीपॉक्स को लेकर दुनिया भर में चिंता है। कोई एक मामला सामने आने पर सबकी चिंता बढ़ जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूूएचओ) ने मौजूदा मंकीपॉक्स महामारी को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है। हालांकि स्वतंत्र सलाहकारों की एक समिति के सदस्य इस फैसले पर एकराय नहीं कि बढ़ते मंकीपॉक्स के प्रकोप को अंतरराष्ट्रीय चिंता का स्वास्थ्य आपातकाल (पीएचईआईसी) कहा जाए। आखिर इस पर मतभेद क्यों है?

विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख, डॉ टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने इस असमंजस से बाहर निकल कर इस प्रकोप को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करना मुनासिब समझा। यह पहली बार है जब उन्होंनेसार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने के लिए अपने सलाहकारों को भी हाशिए पर कर दिया। बता दें कि 1970 में कांगो (तब जायर) में एक बच्चे में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था। हाल ही में एक व्यक्ति एक ऐसे देश से लौटा है जहां विषाणु स्थानिक है – वह है, पश्चिम और मध्य अफ्रीका के देश। लेकिन वर्तमान प्रकोप अफ्रीका के बाहर किसी पिछले प्रकोप के विपरीत है जिसमें संक्रमण का निरंतर एक व्यक्ति से दूसरे में होता है।

बैसे इस साल 22 जुलाई तक, 68 देशों में 16,593 पुष्ट मामले सामने आए हैं, जहां इससे पहले कभी मंकीपॉक्स होने की जानकारी नहीं थी। सबसे ज्यादा संक्रमण यूरोप से सामने आए। अधिकांश संक्रमण ऐसे पुरुषों में हुए हैं जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं, विशेष रूप से ऐसे पुरुष जो कई लोगों के साथ यौन संबंध रखते हैं। प्रस्तुत किए गए मॉडल बताते हैं कि बीमारी से संक्रमित एक व्यक्ति से संक्रमित होने वाले लोगों की औसत संख्या पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में 1.4 और 1.8 के बीच है, लेकिन अन्य आबादी में 1.0 से कम। इसलिए यद्यपि कभी-कभी संक्रमण पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों के अलावा अन्य आबादी में फैल सकता है, फिर भी इसके प्रसार की संभावना नहीं है।

  • क्या मंकीपॉक्स यौन संचारित रोग है?
  • यूरोप में, हाल के हफ्तों में हर हफ्ते नए मंकीपॉक्स के मामलों में वृद्धि दर धीमी रही है। अधिकांश संक्रमण अब भी उन पुरुषों में हो रहे हैं जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं। ब्रिटेन में, 97 फीसद मरीज वही पुरूष हैं, जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि हाल के हफ्तों में महामारी में वृद्धि दर शून्य हो गई है या नकारात्मक हो गई है। विशेषज्ञ हाल ही में इस बात पर बहस कर रहे हैं कि क्या मंकीपॉक्स अब एक यौन संचारित रोग है।

यूरोप में, हाल के हफ्तों में हर हफ्ते नए मंकीपॉक्स के मामलों में वृद्धि दर धीमी रही है। अधिकांश संक्रमण अब भी उन पुरुषों में हो रहे हैं जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं। ब्रिटेन में, 97 फीसद मरीज वही पुरूष हैं, जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि हाल के हफ्तों में महामारी में वृद्धि दर शून्य हो गई है। या नकारात्मक हो गई है। विशेषज्ञ हाल ही में इस बात पर बहस कर रहे हैं कि क्या मंकीपॉक्स अब एक यौन संचारित रोग है। भले ही मंकीपॉक्स निस्संदेह सेक्स के दौरान फैलता है, मगर इसे एसटीडी के रूप में लेबल करना ठीक नहीं होगा, क्योंकि संक्रमण किसी भी अंतरंग संपर्क से फैल सकता है।

वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने के पक्ष और विपक्ष में तर्क मोटे तौर पर, विश्व स्वास्थ्य संगठन की आपातकालीन समिति ने इसे वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने के पक्ष में तर्क दिया कि मंकीपॉक्स डब्लूएचओ के स्वास्थ्य विनियमों के तहत स्वास्थ्य आपातकाल की परिभाषा में आता है क्योंकि एक घटना अन्य देशों के लिए एक सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम बढ़ाती है। इसे वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने के खिलाफ तर्कों में यह तथ्य शामिल था कि वर्तमान में यूरोप और उत्तरी अमेरिका के केवल 12 देशों में बड़े पैमाने पर संक्रमण देखे जा रहे हैं, और उन देशों में मामलों के स्थिर होने या गिरने के प्रमाण हैं।

लगभग सभी मामले उन पुरुषों में होते हैं जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं और जिनके कई साथी होते हैं। हालांकि आपातकालीन समिति आम सहमति तक नहीं पहुंच पाई, तो टेड्रोस ने वैश्विक स्वास्थाय आपातकाल घोषित करने का निर्णय लिया। वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल की इस घोषणा से संभवत: अफ्रीका के बाहर सबसे अधिक प्रभावित देशों में नियंत्रण गतिविधियों में अधिक परिवर्तन नहीं होगा। (मीडिया में आई खबरों पर प्रस्तुति)

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