स्वास्थ्य

जब थक जाएं आंखें तो क्या कीजिए

अश्रुत पूर्वा II

नई दिल्ली। आंखों के विशेषज्ञ कहते हैं कि दो घंटे से ज्यादा मोबाइल और कंप्यूटर स्क्रीन के आगे नहीं रहना चाहिए। मगर आज के दौर में यह संभव है क्या। खास तौर से तब, जब हर काम डिजिटल होता जा रहा है। हम में से ज्यादातर लोग घंटों कंप्यूटर के आगे काम कर रहे हैं। नतीजा आंखें तो थक ही रही हैं, साथ ही शरीर संबंधी अन्य व्याधियां जैसे कमर दर्द, सिर दर्द या पाचन तंत्र में गड़बड़ी पैदा हो रही है। काम के दबाव में देर से या कम पानी पीने से गुर्दे में समस्या जैसी तमाम दिक्कतें अब सामने आ रही हैं।
लिखने-पढ़ने का अब सारा काम कंप्यूटर और कभी-कभी टैबलेट पर लोग कर रहे हैं। डेस्कटॉप नहीं है तो मोबाइल हाजिर है। स्क्रीन के आगे लगातार बैठ कर काम करना धैर्य का काम है। इससे सबसे पहले तो आंखों पर ही जोर पड़ता है। नतीजा आप कंप्यूटर विजन सिंड्रोम विजन के शिकार हो जाते हैं। अनुसंधान बताते हैं कि कंप्यूटर पर काम करने वाले आधे से अधिक लोग इस समस्या से पीड़ित होते हैं।
जब आप लगातार कंप्यूटर स्क्रीन के आगे रहते हैं तो एक समय के बाद आंखें थकने लगती हैं। धुंधलापन छाने लगता है। सिरदर्द तो आम बात है। अक्षर साफ न दिखने की समस्या भी बढ़ने लगती है। यह संकेत है कि आपकी आंखों या चश्मे का नंबर अब बदल रहा हैं। यह एक चेतावनी है कि आप लगातार बैठ कर क्यों काम कर रहे हैं। लेकिन काम तो करना ही है। ऐसे में कोई क्या करे?
विशेषज्ञों की राय है कि ऐसे में आप अपनी आदत बदलें। स्क्रीन के सामने लगातार बैठते हैं तो थोड़ा ब्रेक लें। एक-डेढ़ घंटे में सीट से उठ जाएं। कंप्यूटर स्क्रीन को अपने चेहरे की सीध में रखें। इसे अपनी आंखों से 20 से 28 इंच दूर रखे। अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक इसे सही दूरी माना गया है। ध्यान रखें कि कंप्यूटर स्क्रीन की चमक कम होनी चाहिए। एंटी ग्लेयर स्क्रीन हो तो यह और भी अच्छा है। अगर नहीं है तो स्क्रीन की ब्राइटनेस और कंट्रास्ट एडजस्ट करें। लेकिन ध्यान रहे कि यह न तो कम हो और न ही ज्यादा हो। क्योंकि कम होने पर आंखों पर जोर पड़ता है।
कई बार ऐसा होता है जब कंप्यूटर पर कई-कई घंटे काम करना पड़ता है। ऐसे में हमारी आंखें थक जाती हैं। ऐसे में आप कंप्यूटर स्क्रीन से हर 20 मिनट में आपनी नजरें हटा लें। इससे कंप्यूटर स्क्रीन पर शब्दों को देखने के लिए आंखें फिर से रिसेट हो जाएंगी। आंखों को बचाएं क्योंकि इनकी पलकों के नीचे आपके सुनहरे सपने पलते हैं। इन्हीं आंखों में गम के साथ आपकी खुशी के भी आंसू हैं। इनहें सहेजना है। कही सूख न जाएं।    

लगातार कंप्यूटर पर काम कर रहे हैं तो ब्रेक ले। सीट से उठ जाएं हर एक डेढ़ घंटे में। 

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