स्वास्थ्य

सावधान!  जानलेवा भी हो सकता है डेंगू

अश्रुत पूर्वा II

डेंगू के मामले फिर बढ़ रहे हैं। ऐसे में सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। आमतौर पर बुखार जब डेंगू की वजह से होता है तो इसमे शरीर का तापमान बहुत ज्यादा हो जाता है। वैसे 104 डिग्री और इससे भी ज्यादा शरीर का तापमान डेंगू के बुखार की निशानी है। बुखार के साथ ही सिर में दर्द डेंगू का लक्षण है। खास तौर पर आंखों के आसपास और पीछे के हिस्से में हो रहा दर्द डेंगू की वजह से हो सकता है।
डेंगू बुखार मेंऐसे लक्षण कम होते हैं जो अचानक शुरू हो जाते हैं, जैसे सिरदर्द (आमतौर पर आंखों के पीछे), चकत्ते तथा मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द। बीमारी का उपनाम हड्डीतोड़ बुखार यह दर्शाता है कि यह दर्द कितना गंभीर हो सकता है।

पहचानिए डेंगू बुखार के लक्षण
डेंगू में चार से सात दिन के अंदर तेज बुखार शुरू हो जाता है। भयंकर सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, थकान और कमजोरी, आंखों का दर्द, शरीर पर दाने, हल्की ब्लीडिंग के निशान वगैरह। डेंगू में यदि तेज बुखार, जोड़ों में दर्द, शरीर में थकान, उल्टी, डायरिया की समस्या बढ़ रही है तो चिंता का विषय है।

कैसे बचा जाए बुखार से
डेंगू बुखार को रोकने का सबसे अच्छा तरीका संक्रमित मच्छरों के काटने से बचना है। खुद को बचाने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें। जब बाहर हों, तो लंबी बाजू की कमीज और मोजे में लंबी पैंट पहनें। इस तरह रहें कि मच्छर न काटें। पानी के बर्तनों को भरने से पहले साफ जरूर करें। घर में कहीं भी पानी न जमा होने दें। कूड़ा-कबाड़ न रखें घर में। डेंगू बुखार में होमियोपैथिक उपचार बेहद कारगर है। रक्त में प्लेटलेट्स काफी कम हो जाने पर भी होमियोपैथी से बेहतर कोई और दवा नहीं है। अपने होमियोपैथिक चिकित्सक से मिलें। बिना डाक्टर की सलाह के कोई दवा न लें। (स्रोत : हील)
(यह आलेख जागरूकता के लिए है।)

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