अश्रुत पूर्वा II
नई दिल्ली। पिछले कई सालों से नासा मंगल ग्रह का दरवाजा खटखटा रहा है। क्या वह उसके रहस्यमयी द्वार को ढूंढ़ रहा है? नासा का क्यूरियोसिटी रोवर दस साल से मंगल की सतह के चारों ओर चक्कर लगा रहा है। इस ग्रह को समझने के लिए तस्वीरें ले रहा है। कौन जाने वह जीवन के संकेत ढूंढ रहा हो। फिलहाल इसका पता तो नहीं चल रहा मगर अभी पिछले हफ्ते इसने एक तस्वीर ली जो चट्टान में उकेरे गए एक द्वार को दिखाती है। यह उस तरह की चीज है जो पृथ्वी पर एक भूमिगत बंकर का संकेत दे सकती है, जैसे कि हवाई हमले से बचने के लिए ठिकाने बनाए गए हो। ऐसा लगता है कि यह रास्ता कुछ ही दूर जाता है, और फिर झुकती हुई छत फर्श से मिल जाती है।
नासा के मुताबिक इसकी ऊंचाई केवल 45 सेंटीमीटर हैं। भूवैज्ञानिक बताते हैं कि यह जगह वैसी नहीं है, जैसी पहली नजर में सोची गई थी और जिसे ‘द्वार’ कहा गया है, यह वह जगह है जहां किसी चीज के दो हिस्से जुड़ते हैं। मगर सोचिए, यह कितना रोमांचक होता अगर यह सचमुच द्वार होता। बुरी बात यह है कि यह ‘द्वार’ भी उस लंबी सूची में शामिल हो गया, जिन्हें पहले देखने का दावा किया गया था, जैसे आस्ट्रेलिया की तरह दिखने वाले कॉर्नफ्लेक और इसी तरह की और चीजें। दुखद यह है कि जब एक अस्पष्ट या अपरिचित छवि प्रस्तुत की जाती है, तो मनुष्य इसे एक परिचित दिखने वाली वस्तु में बदलने की कोशिश करता है।
जो भी हो यह खोजा गया द्वार दरअसल मंगल ग्रह पर जीवन का सबूत है, और यह सुनिश्चित करता है कि वैज्ञानिक किसी चीज को छिपाने में लगे हुए हैं। अलौकिक जीवन के प्रमाण की तलाश करने वाले वैज्ञानिक, भूगर्भीय तलाश करने वाले किसी व्यक्ति की तुलना में अधिक सबूत की मांग करते हैं। दशकों तक मंगल ग्रह पर जीवन के प्रमाण खोजने के बावजूद कुछ नहीं मिला है। यह भी संभव है कि मंगल पर कभी जीवन रहा हो। हमें अभी भी प्राचीन कोशिकीय जीवन के कुछ जीवाश्म अवशेष मिल सकते हैं। लेकिन अचानक एक द्वार या एक चम्मच जैसी कोई कलाकृति मिलना असंभव लगता है।
समस्या यह है कि अगर कोई एक उड़न तश्तरी दिखाने के लिए तस्वीर दिखाता है, तो इसकी संभावनाएं इसके नकली होने के पक्ष में अधिक हैं, और इसलिए इसे ध्यान से जांचने में अपना समय बर्बाद करने के बजाय इसे खारिज करने की संभावना अधिक है। इसी तरह, जब हम मंगल ग्रह पर एक द्वार, या एक चेहरा, या एक चम्मच देखते हैं, तो इसे सिरे से खारिज करना बहुत आसान है। लेकिन हमें इस संभावना के प्रति सजग रहना चाहिए कि एक दिन हमें मंगल पर जीवन के सबूत एक न एक दिन जरूर मिल मिल सकते हैं। फिलहाल उसी दिन का सभी को इंतजार है। (एजंसी की खबरों पर आधारित)
Leave a Comment