धरोहर

251 प्राचीन कलाकृतियां वापस लाई गई

अश्रुतपूर्वा II

नई दिल्ली। कई देशों से अब तक 250 से अधिक प्राचीन कलाकृतियां वापस लाने में भारत को बड़ी कामयाबी मिली है। आधिकारिक खबरों से यह जानकारी मिल रही है। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक चोल वंश के समय की भगवान हनुमान की एक प्राचीन मूर्ति विदेश में मिली थी, उसे भी हाल ही में लाया गया है। बताया जा रहा है कि इस मूर्ति को तमिलनाडु में एक मंदिर से चुरा लिया गया था।
खबरों के मुताबिक भारत सरकार देश की विरासत को सहेजने और सुरक्षित करने की दिशा में काम कर रही है। वह गैरकानूनी तरीके से विदेश ले जाई गई प्राचीन कलाकृतियों को वापस लाने की कोशिश कर रही है। कई देशों से अब तक 251 कलाकृतियों को वापस लाया गया है। इनमें से 238 को 2014 के बाद से वापस लाया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि भगवान हनुमान की मूर्ति तमिलनाडु के अरियालुर जिले में एक विष्णु मंदिर से चुराई गई थी। यह चोल वंश (14वीं-15वीं सदी) के समय की है। खबरों के मुताबिक यह मूर्ति कैनबरा में भारत के उच्चायुक्त को सौंपी गई। यह मूर्ति फरवरी के आखिरी सप्ताह में भारत को लौटाई गई। इसे 18 अप्रैल को तमिलनाडु मूर्ति शाखा को सौंप दिया गया। (मीडिया में आए समाचार पर आधारित)

सरकार देश की विरासत को सहेजने और सुरक्षित करने की दिशा में काम कर रही है। गैरकानूनी तरीके से विदेश ले जाई गई प्राचीन कलाकृतियों को वापस लाने की कोशिश की जा रही है।

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