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तनाव में रहेंगे तो बढ़ेगा आपका मोटापा

अश्रुत पूर्वा II

नई दिल्ली। मोटापा क्यों बढ़ता है? यह आपको जानना चाहिए। दरअसल, ऊर्जा के उपयोग के बीच असंतुलन के कारण मनुष्य का वजन बढ़ता है। अधिक चर्बीयुक्त आहार का सेवन भी मोटापे की एक वजह है। कम व्यायाम करना भी वजह है मगर आलस और स्थिर जीवन-यापन और भी बड़ी वजह है। असंतुलित व्यवहार और मानसिक तनाव की वजह से लोग ज्यादा खाने लगते हैं। इससे मोटापा बढ़ता है। यानी आप तनाव में रहेंगे तो मोटापा बढ़ेगा।
और भी कई स्थितियां हैं जो वजन बढ़ाती हैं। यदि आप इस पर समय रहते ध्यान न देते हैं तो रक्तचाप, मधुमेह और कई  प्रकार की गंभीर बीमारियां होने का अंदेशा बढ़ जाता है। दिनचर्या  में और भोजन में गड़बड़ी के कारण भी वजन बढ़ता है। यदि आप भी बढ़े हुए वजन से परेशान हैं तो एक बार सोचिए कहीं आपको किसी प्रकार की चिंता और तनाव तो नहीं?
स्वास्थ्य विज्ञानियों का कहना है कि वजन को नियंत्रण में रखने के लिए आपको गंभीरता से सोचना चाहिए। आपको उन कारणों के बारे में पता लगाना होगा जिनकी वजह से आपका वजन बढ़ रहा है।
वैसे परिवार में जेनेटिक्स को भी मोटापे की बड़ी वजह मानी जाती है, यानी आपके परिवार में पहले से कोई इस समस्या से पीड़ित है तो इस बात की आशंका है कि आप भी मोटापे से परेशान हो सकते हैं। आपको अपने माता-पिता से जो जीन विरासत में मिले हैं, वे आपके शरीर में वसा की मात्रा को बढ़ाने में भूमिका निभा सकते हैं। लिहाजा ऐसे लोगों को बहुत सावधानी बरतने के लिए चिकित्सक सलाह देते हैं।
तनाव एक बड़ी समस्या है इन दिनों। मोटापे की भी बड़ी वजह है। ऐसे कुछ परीक्षणों से संकेत मिलते हैं कि अगर आप अधिक तनाव लेते हैं तो वजन बढ़ सकता है। असल में जब हम तनाव में होते हैं तो शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ जाता है जो आपको अधिक खाने की इच्छा बढ़ा देता है। वहीं नींद में खलल और मेटाबॉलिज्म दर को भी यह प्रभावित कर सकता है। इससे पेट की चर्बी और शरीर का संपूर्ण वजन बढ़ने का जोखिम रहता है। चिकित्सकों की सलाह रहती है कि वजन को काबू में रखने के लिए बेवजह तनाव से बचना चाहिए।
पिछले दो दशकों में अनियमित जीवन शैली से भी लोगों में मोटापा बढ़ा है। लोगों की शारीरिक गतिविधियां कम हो गई है। कई काम लोग घर बैठे कर लेते हैं। थोड़ी दूर भी लोग पैदल नहीं चलना चाहते। इससे मोटापा तो बढ़ ही रहा है मगर इससे संबंधित दूसरी बीमारियां जैसे मधुमेह, हृदय रोग और लीवर की समस्याएं भी बढ़ रही हैं। यही कारण है कि स्वास्थ्य विज्ञानी प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट के व्यायाम या पार्क में टहलने की सलाह देते हैं। कोई दो राय नहीं कि नियमित शारीरिक गतिविधियां मानसिक रूप से भी स्वस्थ रखती है।  
कुल मिला कर यह कि मोटापे से दूर रहना है तो तनाव से बचना है। लोगों में अवसाद का बढ़ना भी चिंता का विषय है। खानपान में अनियिमतता नहीं होना चाहिए। ध्यान रखें कि कुछ दवाओं के सेवन से भी अधिक वजन की समस्या बढ़ रही है। अवसाद रोधक दवाएं, स्टेरॉयड, एंटी-सीजर दवाएं और मधुमेह की दवाएं  तो बिना चिकित्सक की सलाह के बिल्कुल नहीं लेना चाहिए।

(बढ़ते वजन को काबू में करने के लिए चिकित्सक की सलाह अवश्य लें। )

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