मनस्वी अपर्णा II अखबार में छपी एक घटना ने मेरा आज फिर इस बात पर यकीन पुख्ता कर दिया कि कृतज्ञता...
अभिप्रेरक (मोटिवेशनल)
स्त्रियों को चाहिए खुद का आसमान
राधिका त्रिपाठी II कहते हैं मृत्यु अटल सत्य है जिसे जिसे टाला नहीं जा सकता। मृत्यु की तरफ बढ़ते कदम...
दुखवा का से कहे देह
मनस्वी अपर्णा II मुझे अक्सर यह लगता है कि हम सब की अधिकांश चर्चा भावनाओं और मानसिक आवेगों पर होती...
पलकों से चुनना तुम यादों के फूल
राधिका त्रिपाठी II इक दिन जब मैं न रहूं, तब मैं बस तुम में रहूं…तुम सुनना खुद की धड़कनों को...
लंबी नहीं बड़ी हो जिंदगी
राधिका त्रिपाठी II बहुत मुश्किल होता है किसी को जाते हुए देखना। कवयित्री सांत्वना श्रीकांत के...
हमेशा एक ही वजह से कोई अच्छा या बुरा नहीं
मनस्वी अपर्णा II रोज की जिÞंदगी में हम कितने ही लोगों के संपर्क में आते हैं। मिलना-जुलना हमारे...
खुद को भी कभी माफ कीजिए
मनस्वी अपर्णा II ‘माफी’ इस शब्द से हम में से कोई भी अनजान नहीं है। हम सब कभी न कभी या तो माफी मांग...
माटी कहे कुम्हार से
राधिका त्रिपाठी II खूबसूरती हो गर बला की तो क्या मतलब?खूबसूरत जिस्म कब किसी के काम आया!! कहते हैं...
चलिए ढूंढते हैं खोई मुस्कान
राधिका त्रिपाठी II ‘सैकड़ों की भीड़ में दिल तनहा मन तनहा ही रहा…हम ओढ़ चले लबादा जिस्मों काकि...
साकार कीजिए किसी के ख्वाब को भी
राधिका त्रिपाठी II कहते हैं जीवन में निराशा जब अपने चरम पर होती है और हताशा घुट-घुट कर गले से...
चलना ही जिंदगी है…
संजय स्वतंत्र II कोरोना काल कुछ साल बाद हम सबको एक प्रलय की तरह याद आएगा। एक दौर से दूसरा सबसे...
A donation beyond count
Priyadarshi Mitra II Being a resident of Delhi NCR, Connaught Place has always been a favourite...