सात्विका शुभांक्षी II
कर देती हर काम आसान
मीठी भोली इक मुस्कान
मुश्किल देख मुस्काओगे
हर बाधा पार कर जाओगे
चुनती तारे इक मुस्कान
हँसते हँसते छू लें आसमान
मुस्कान सजाए हर जगह खुशी
जिसको भी मनचाही मिली
सूरज ,सूर्यमुखी खिलाए
ज्ञानी ज्ञान पर इतराए
सुख पाकर पीड़ा हल्कान
धन लाए निर्धन की मुस्कान
चिड़िया दाना देख मुस्काए
हवा चले और पेड़ लहराए
बाल किलक में बसता भगवान
हँसती बिटिया पापा की जान
कर देती हर काम आसान
मीठी भोली इक मुस्कान
Leave a Comment