पूजा त्रिपाठी II दुनिया पागलों ने बदली है ऐसा सुनने में अटपटा लगता है। ऐसा कहने वाले लोग कि यह तो...
अभिप्रेरक (मोटिवेशनल)
वर्जनाओं से परे भी है जिंदगी
मनस्वी अपर्णा II हिंदुस्तान के बारे में जब भी सोचती हूं तो कुछ वजहों से मुझे हमेशा ही एक आश्चर्य...
हमारे आसपास ही है परमात्मा
मनस्वी अपर्णा II जीवन कई बार हमको गहन परीक्षा के दौर से गुजारता है। यह समय हमारी शक्ति-सामर्थ्य और...
अपने आवेग को संभालना समुद्र से सीखिए
मनस्वी अपर्णा II मैंने एक कहावत अक्सर सुनी है कि समुद्र अपनी सीमा कभी नहीं लांघता। यह बात बहुत हद...
प्रद्युम्न तिवारी : लगन गाथा
अश्रुतपूर्वा डेस्क II देश के सामाजिक परिवेश में अनेक हाथ निर्माण की प्रक्रिया में हैं। अनेक...
प्रकृति का ही दूसरा रूप है स्त्री
मनस्वी अपर्णा II मनुष्यों ने जबसे विकसित होना शुरू किया, उसने आवश्यक रूप से दो काम किए। पहला...
कमजोर नहीं होते मन के धागे
मनस्वी अपर्णा II मैं अक्सर सोचती हूं कि हमारी अंतरंगता की यात्रा शरीर से मन की दिशा में सही...
चिंता किस बात की? आने वाला पल तो जाने वाला है…
मनस्वी अपर्णा II मेरी समझ से जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि अगर कोई है, तो वह है जीवन की क्षण भंगुरता को...
मत कीजिए ईर्ष्या, खींचिए अपनी बड़ी लकीर
मनस्वी अपर्णा II जीवन कई मामलों में बड़ा बेबूझ है और सबसे ज्यादा अबूझ कुछ है तो वह है मानवीय...
जीवन एक पहेली, जो कभी हल होती नहीं
मनस्वी अपर्णा II मैं अक्सर देखती हूं कि लोग बड़े मनोयोग से अपना पूरा जीवन इस तरह से नियोजित कर रहे...
चुप न रहिए, दीजिए जवाब
राधिका त्रिपाठी II कहते हैं इनसान के जीवन में जिस रिश्ते की कमी होती है वह उसे उम्र भर तलाशता रहता...
दु:ख सबको मांजता है
‘डाॅ• चन्द्रिका चन्द्र’ II मनुष्य के मनोभावों में दुख, करुणा का स्थायी भाव है। प्राय:...